प्रमुख बायोफार्मास्युटिकल फर्म भारत सीरम्स एंड वैक्सीन्स ( BSV) को खरीदने की रेस में तीन कंपनियां शामिल हैं। मामले से वाकिफ सूत्रों ने मनीकंट्रोल को यह जानकारी दी है। एक सूत्र ने बताया, ‘स्वीडन की प्राइवेट इक्विटी फर्म EQT और ADIA (अबू धाबी इनवेस्टमेंट अथॉरिटी) के कंसोर्शियम, फार्मा कंपनी मैनकाइंड कार्मा और क्रिसकैपिटल, वारबर्ग पिनकस और मुबाडाला के कंसोर्शियम को शुरुआती बिड के बाद अगले दौर के लिए चुना गया है।’ दो अन्य सूत्रों ने भी इस डील के लिए तीन इकाइयों को शॉर्टलिस्ट किए जाने की पुष्टि की है।
मनीकंट्रोल ने कंपनी की बिक्री योजनाओं के बारे में सबसे पहले खबर दी थी। खबर के मुताबिक, बाध्यकारी बिड जुलाई के मध्य तक पेश किए जाने की संभावना है। अपने प्रोडक्ट सेगमेंट और रिसर्च एंड डिवेलपमेंट के मामले में BSV की स्थिति काफी मजबूत है। कंपनी के प्रमुख निवेशक एडवेंट इंटरनेशनल (Advent International) को कंपनी की वैल्यूएशन 1.5 से 2 अरब डॉलर रहने का अनुमान है।
एक सूत्र ने बताया कि EQT की अगुवाई वाले कंसोर्शियम और मैनकाइंड फार्मा फाइनेंशियल बिड को लेकर ज्यादा आक्रामक हैं और दोनों पक्ष BSV को खरीदने की रेस में आगे चल रहे हैं। हालांकि, सूत्र का यह भी कहना है कि क्रिसकैपिटल के कंसोर्शियम के पास फार्मा सेगमेंट की डील हासिल करने का विशेष अनुभव है। इस बारे में पूछे जाने पर एडवेंट इंटरनेशनल और EQT ने कुछ भी कहने से मना कर गिया।
BSV के बारे में
एडवेंट ने भारत सीरम्स (BSV) में नवंबर 2019 में कंट्रोलिंग स्टेक खरीदा था। इसके साथ ही, ऑर्बाइम्ड एशिया और कोटक PE जैसी पुराने निवेशकों की कंपनी से विदाई हो गई थी और कंपनी के फाउंडर दफ्तरी फैमिली के थोड़े से हिस्से की भी बिक्री हुई थी। उस वक्त फर्म के लिए डील तकरीबन 50 करोड़ डॉलर में हुई थी। मुंबई की कंपनी भारत सीरम्स एंड वैक्सीन्स लिमिटेड की स्थापना 1971 में हुई थी। यह कंपनी बोयलॉजिकल, बायोटेक और फार्मास्युटिकल फॉर्मूलेशन की मैन्युफैक्चरिंग और मार्केटिंग का काम करती है।