प्राइवेट सेक्टर के HDFC बैंक को लेकर एक पॉजिटिव खबर आई है। इस पॉजिटिव खबर का असर बुधवार को बैंक के शेयर पर देखने को मिल सकता है। बता दें कि मंगलवार को भी बैंक के शेयर में तेजी थी। ट्रेडिंग के अंत में शेयर 1730.55 रुपये पर बंद हुआ, जो 1.50% की तेजी को दिखाता है। एक साल पहले शेयर ने 52 हफ्ते का हाई 1,757.80 रुपये को टच किया था।
क्या है पॉजिटिव खबर
न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (एनवाईएसई) पर एचडीएफसी बैंक अमेरिकन डिपॉजिटरी रिसीट (एडीआर) 4.10 प्रतिशत बढ़कर 66.76 डॉलर हो गया है। यह बढ़ोतरी बैंक की ओर से जून तिमाही की शेयरहोल्डिंग डेटा जारी किए जाने के बाद हुई।
शेयरहोल्डिंग की डिटेल
बीएसई के आंकड़ों के मुताबिक, जून 2024 तक HDFC बैंक में FIIs (विदेशी संस्थागत निवेशक) का स्वामित्व 54.8 फीसदी है, जो 55 फीसदी के आंकड़े से थोड़ा कम है। अब माना जा रहा है कि MSCI इंडेक्स में बैंक का वेटेज बढ़ेगा। बता दें कि MSCI EM इंडेक्स में HDFC बैंक का वर्तमान वेटेज लगभग 3.8 प्रतिशत है। पहले से ही यह अनुमान था कि FIIs स्वामित्व 55 प्रतिशत से नीचे चला जाता है, तो बैंक के लिए MSCI फ्लो वेटेज बढ़ सकता है। ऐसे में बैंक में बड़े निवेश की उम्मीद की जाती है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
नुवामा अल्टरनेटिव एंड क्वांटिटेटिव रिसर्च के अनुसार- यदि FII अपनी हिस्सेदारी 55.50 प्रतिशत से घटाकर 55 प्रतिशत से कम कर देते हैं, तो 3.8 प्रतिशत से 7.2 प्रतिशत से 7.5 प्रतिशत तक हो सकता है। इससे संभावित रूप से $ 3.2 बिलियन से $ 4 बिलियन का निवेश मिल सकता है। नुवामा अल्टरनेटिव को उम्मीद है कि एचडीएफसी बैंक के शेयर की कीमत संभावित MSCI वेटेज ग्रोथ से 10-15 प्रतिशत बढ़ सकती है।
एडीआर क्या है
एक अमेरिकी डिपॉजिटरी रसीद या एडीआर अमेरिकी बैंक द्वारा जारी एक विशेष प्रमाणपत्र की तरह है। यह एक विदेशी कंपनी के शेयरों का प्रतिनिधित्व करता है। इन एडीआर का अमेरिकी कंपनियों के नियमित शेयरों की तरह ही अमेरिकी शेयर बाजारों में कारोबार किया जा सकता है।