डिपॉजिटरी और म्यूचुअल फंड-RTA को डिफॉल्ट रूप में ईमेल के जरिये कंसॉलिडेटेड एकाउंट स्टेटमेंट (CAS) भेजना होगा। मार्केट रेगुलेटर सेबी ने 2 जुलाई को कहा कि जरूरी तौर पर ऐसा करना होगा। सिक्योरिटीज और एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) ने एक सर्कुलर में कहा कि नया स्ट्रक्चर एक अप्रैल से लागू होगा।
कंसॉलिडेटेड एकाउंट स्टेटमेंट (CAS) एकल या ज्वाइंट एकाउंट स्टेटमेंट है, जिसमें एक महीने के दौरान सभी म्यूचुअल फंड और डीमैट (डीमैट) तरीके से रखी गई अन्य सिक्योरिटीज में निवेशक के वित्तीय लेनदेन का ब्यौरा रहता है।
CAS को डिपॉजिटरी (NSDL या CDSL) द्वारा निवेशकों को भेजा जाता है, जो RTA और डिपॉजिटरी में पैन समान होने पर म्यूचुअल फंड फोलियो और डिपॉजिटरी खातों दोनों में वित्तीय लेनदेन का ब्यौरा देता है। म्यूचुअल फंड फोलियो के मामले में, जहां RTA (रजिस्ट्रार एवं ट्रांसफर एजेंट) और डिपॉजिटरी के बीच कोई साझा पैन नहीं है, म्यूचुअल फंड को CAS भेजना होता है, जिसमें केवल म्यूचुअल फंड लेनदेन शामिल होते हैं।
सेबी ने अपने सर्कुलर में कहा कि कंसॉलिडेटेड एकाउंट स्टेटमेंट उन सभी निवेशकों को ईमेल द्वारा भेजा जाएगा, जिनके ईमेल पते डिपॉजिटरी और AMC या MF-RTA के साथ रजिस्टर्ड हैं। हालांकि, जहां कोई निवेशक ईमेल के जरिये CAS नहीं लेना चाहता है, तो उसको इसे प्रत्यक्ष रूप से लेने का विकल्प दिया जाएगा।
क्या है CAS ?
CAS एक संयुक्त विवरण (Combined Statement) है, जो किसी विशिष्ट अवधि के दौरान निवेशक की वित्तीय गतिविधि के बारे में जानकारी उपलब्ध कराता है। यह सभी म्यूचुअल फंड और एक सामान्य पैन से जुड़े डीमैट (Demat) होल्डिंग्स में ट्रांजैक्शन का विवरण देता है। डिपॉजिटरी (NSDL या CDSL) आम तौर पर CAS जनरेट करते हैं, जिसमें म्यूचुअल फंड निवेश और डीमैट होल्डिंग्स दोनों शामिल होते हैं, जब दोनों संस्थाओं (RTA और डिपॉजिटरी) में PAN विवरण मेल खाते हैं।