Allied Blenders IPO Shares Listings: एलाइड ब्लेंडर्स एंड डिस्टिलर्स के शेयरों ने मंगलवार 2 जुलाई को शेयर बाजार में अच्छी शुरुआत की। कंपनी के शेयर 320 रुपये के भाव पर लिस्ट हुए, जो इसके 281 रुपये के IPO प्राइस से 13.87 प्रतिशत अधिक है। यानी निवेशकों को लिस्टिंग पर करीब 13.87 प्रतिशत का मुनाफा मिला है। हालांकि ग्रे मार्केट के अनुमानों के मुकाबले यह लिस्टिंग कमजोर रही। लिस्टिंग से पहले ग्रे मार्केट में इसके शेयर करीब 20 प्रतिशत के प्रीमियम पर कारोबार कर रहे थे। बता दें कि ग्रे मार्केट, एक अनऑफिशियल प्लेटफॉर्म है, जहां स्टॉक मार्केट में लिस्टिंग से पहले शेयरों का कारोबार होता है।
एलाइड ब्लेंडर्स का इनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) 25 से 27 जून के बीच बोली के लिए खुला था। यह भारतीय मालिकाना हक वाली देश की सबसे बड़ी ‘इंडियन मेड फॉरेन लिकर (IMFL)’ कंपनी है। यह उन 4 शराब कंपनियों में से एक है, जिसके पास देश भर में सेल्स और डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क है। इसके अलावा यह IMFL की एक प्रमुख एक्सपोर्टर भी है।
कंपनी के IPO का साइज 1,500 करोड़ रुपये था, जिसमें 1,000 करोड़ रुपये के नए शेयर और 500 करोड़ रुपये का प्रमोटरों और मौजूदा निवेशकों की ओर से ऑफर-फॉर-सेल शामिल था। IPO को कुल 23.55 गुना अधिक सब्सक्रिप्शन मिला था। इसके लिए 267-281 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड रखा गया था। कंपनी ने बताया था कि वह नए शेयरों की बिक्री से मिली आय का इस्तेमाल अपने कर्ज चुकाने और दूसरे सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए करेगी।
अब क्या करें निवेशक?
पेस 360 के अमित गोयल ने कहा कि एलाइड ब्लेंडर्स चार कैटेगरी में उपस्थिति है- व्हिस्की, ब्रांडी, रम और वोदका। यह IMFL सेगमेंट की अग्रणी कंपनियों में से एक है। वित्त वर्ष 23 के दौरान देश के कुल व्हिस्की मार्केट में इसकी हिस्सेदारी 11.8% थी। इसके अलावा, कंपनी ऑफिसर्स चॉइस, ऑफिसर्स चॉइस ब्लू और स्टर्लिंग रिजर्व ब्रांड के तहत पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर के कारोबार में है।
गोयल को उम्मीद है कि इस शेयर की लिस्टिंग 315 से 320 रुपये के बीच हो सकती है, जो इसके इश्यू प्राइस से करीब 12 फीसदी अधिक है। उन्होंने कहा, “लिस्टिंग के बाद, निवेशकों को मुनाफावसूली करनी चाहिए और हम निवेशकों को इस शेयर में लंबी अवधि के निवेश से दूर रहने की सलाह देते हैं। हालांकि, छोटी अवधि में, यह शेयर सीमित दायरे में रह सकता है।”