Rane Holdings Shares: राणे होल्डिंग्स के शेयरों में आज 1 जुलाई को 20 फीसदी की तगड़ी तेजी आई और इसने अपनी अपर सर्किट सीमा को छू लिया। कंपनी ने बताया कि वह अपनी ज्वाइंट वेंचर फर्म, राणे एनएसके स्टीयरिंग सिस्टम्स (RNSS) की बाकी बची 51% हिस्सेदारी का अधिग्रहण कर रही है। इस अधिग्रहण के लिए उसकी ज्वाइंट वेंचर पार्टनर, NSK जापान ने भी मंजूरी दे दी है। इसी के बाद इसके शेयरों में यह तेजी आई। फिलहाल राणे होल्डिंग्स के पास इस ज्वाइंट वेंचर फर्म में 49 फीसदी हिस्सेदारी है। इस अधिग्रहण के पूरा होने के बाद RNSS, राणे होल्डिंग्स की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी बन जाएगी।
कंपनी ने शेयर बाजारों को भेजी एक सूचना में बताया कि NSK स्टीयरिंग एंड कंट्रोल के साथ RNSS अपने टेक्नोलॉजी लाइसेंस और सप्लाई से जुड़े समझौतों को पहले की तरह जारी रखेगी।” कंपनी ने कहा कि ज्वाइंट वेंचर में शेयरहोल्डिंग के इंटीग्रेशन से राणे होल्डिंग्स को 45 करोड़ रुपये का खर्च आएगा, जो RNSS में ₹10 प्रति शेयर के 91.29 लाख शेयरों के लिए NSK जापान (NSK) को कैश में देना होगा।
कंपनी ने कहा कि फिलहाल इस अधिग्रहण के लिए उसे रेगुलेटर से मंजूरी लेना और दूसरी रूटीन प्रक्रियाओं को पूरा करना बाकी है। राणे ग्रुप के चेयरमैन हरीश लक्ष्मण ने कहा, “हम पिछले ढाई दशकों में NSK के साथ संबंधों को बहुत महत्व देते हैं, जिसने हमें भारतीय ऑटोमोटिव स्टीयरिंग बाजार में एक मजबूत उपस्थिति बनाने में मदद की। यह अधिग्रहण स्टीयरिंग सिस्टम में हमारे समूह की विशेषज्ञता को और बढ़ाता है।”
कारोबार के अंत में राणे होल्डिंग के शेयर 20 फीसदी की तेजी के साथ 1,605 रुपये के भाव पर बंद हुए। यह इसका पिछले 52 हफ्तों का नया उच्चतम स्तर है। इस साल की शुरुआत से अबतक कंपनी के शेयरों में करीब 22.32 फीसदी की तेजी आई है। वहीं पिछले एक साल में इसने अपने निवेशकों को 41.92 फीसदी का रिटर्न दिया है।