Voda Idea FPO : वोडाफोन आइडिया का फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) आज 22 अप्रैल को पूरी तरह सब्सक्राइब हो गया है। सब्सक्रिप्शन के अंतिम दिन अब तक यह इश्यू 1.08 गुना भरा है। BSE के मुताबिक इस FPO को अब तक 1362.42 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिल गई है, जबकि ऑफर पर 1,260 करोड़ शेयर हैं। FPO खुलने से पहले कंपनी ने 5 घरेलू म्यूचुअल फंड की 11 स्कीमों समेत 74 एंकर निवेशकों से 5400 करोड़ रुपये जुटा लिए थे। वित्तीय संकट से जूझ रही वोडाफोन आइडिया का 18 हजार करोड़ रुपये का एफपीओ देश का अब तक का सबसे बड़ा FPO है। कंपनी के शेयरों में आज 4 फीसदी से अधिक की गिरावट आई है और यह शेयर 12.37 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहा है।
अलग-अलग कैटेगरी का लेटेस्ट अपडेट
क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB)- 1.48 गुना
नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII)- 2.08 गुना
खुदरा निवेशक- 0.45 गुना
टोटल- 1.09 गुना
(सोर्स: बीएसई, 22 Apr 2024 | 01:09:00 PM)
Voda Idea FPO की डिटेल्स
वोडा आइडिया का 18 हजार करोड़ रुपये का एफपीओ 22 अप्रैल 2024 तक खुला रहेगा। इस आईपीओ के तहत 10-11 रुपये का प्राइस बैंड है और लॉट साइज 1298 शेयरों का है। इश्यू के लिए रजिस्ट्रार लिंक इनटाइम है। 23 अप्रैल को अलॉटमेंट फाइनल होने के बाद रजिस्ट्रार या बीएसई पर साइट पर जाकर एप्लीकेशन स्टेटस देख सकेंगे कि शेयर अलॉट हुए हैं या नहीं। इस इश्यू के तहत सिर्फ नए शेयर ही जारी होंगे। जो शेयर इस एफपीओ के जरिए होंगे, उसकी BSE और NSE पर 25 अप्रैल को एंट्री होगी।
क्यों आया है यह एफपीओ
कंपनी की योजना डेट और इक्विटी के जरिए 45 हजार करोड़ रुपए जुटाने की है और यह एफपीओ इसी का एक हिस्सा है। इसे बकाया चुकाने और घाटा कम करने के लिए लाया जा रहा है। पिछले वित्त वर्ष 2023-24 के शुरुआती नौ महीने अप्रैल-दिसंबर 2023 में वोडा आइडिया को 23,564 करोड़ रुपये का भारी-भरकम घाटा हुआ था। दिसंबर 2023 के आंकड़ों के मुताबिक इस पर 2.15 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है। इसके अलावा कंपनी पर स्पेक्ट्रम का 58,254 करोड़ रुपये का बकाया है।
इस इश्यू के तहत सिर्फ नए शेयर जारी होंगे। इश्यू का 50 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB), 15 फीसदी नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) और बाकी 35 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित है। एफपीओ से मिले 12750 करो़ड रुपये का इस्तेमाल नेटवर्क इंफ्रा का विस्तार करने के लिए इक्विपमेंट की खरीदारी में होगी। इसके तहत यह 4जी साइट्स बढ़ाएगी और नए 5जी साइट्स बनाएगी। इसके अलावा एफपीओ के 2,175.31 करोड़ रुपये का इस्तेमाल स्पेक्ट्रम के बकाए को चुकाने में होगा।