Bharti Hexacom Shares: ब्रोकरेज फर्म जेफरीज (Jefferies) ने भारती हेक्साकॉम के शेयरों की रेटिंग को “खरीदें (Buy)” से घटाकर “होल्ड (Hold)” कर दिया है। शेयर बाजार में लिस्ट होते ही शेयर अपने IPO प्राइस करीब दोगुना हो चुका है। हालांकि, जेफरीज ने भारती हेक्साकॉम पर अपना टारगेट प्राइस 1,200 रुपये से बढ़ाकर 1,290 रुपये कर दिया है। नया टारगेट प्राइस भारती हेक्साकॉम के बुधवार के बंद भाव के लगभग बराबर है। हाल ही में हुई स्पेक्ट्रम नीलामी में भारती हेक्साकॉम ने 1,001 करोड़ रुपये की बोली लगाकर 15 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम हासिल किया।
जेफरीज के मुताबिक, हालांकि यह अधिग्रहण “अप्रत्याशित” था, लेकिन इससे उसकी डेटा सेवाओं को बढ़ाने में मदद मिलेगी। स्पेक्ट्रम खर्च को ध्यान में रखते हुए, जेफरीज ने भारती हेक्साकॉम के अर्निंग अनुमान में 4% की कटौती की है। हालांकि ब्रोकरेज ने साथ में कंपनी के रेवेन्यू और ऑपरेटिंग प्रॉफिट (EBITDA) के वित्त वर्ष 2024 से 2027 के बीच क्रमश: 17 फीसदी और 23 फीसदी रहने का अनुमान बरकरार रखा है।
हालांकि इसके बावजूज जेफरीज को आगे भारती हेक्साकॉम के शेयरों में सीमित उछाल दिख रहा है। इसके पीछे मुख्य वजह लिस्टिंग के शेयरों में आई भारी तेजी है। लिस्टिंग के दिन ही शेयर में इसके IPO प्राइस से 54% की तेजी आई थी और यह बढ़त और भी बढ़ गई है।
फिलहाल मौजूदा बाजार भाव पर, भारती हेक्साकॉम के शेयर 16 गुना के EV/EBITDA मल्टीपल पर कारोबार कर रहा है, जो भारती एयरटेल के इंडिया बिजनेस से 20% से अधिक प्रीमियम है, जिससे आगे की बढ़त सीमित हो गई है।
भारती हेक्साकॉम के स्टॉक को कवर करने वाले 4 में से 3 एनालिस्ट्स ने इस शेयर को “Buy” रेटिंग दी है।
NSE पर सुबह 10.45 बजे के करीब, भारती हेक्साकॉम के शेयर 6.56% की गिरावट के साथ 1,174.65 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहे थे। यह इसके 570 रुपये के आईपीओ प्राइस से करीब 106 फीसदी अधिक है। इसका आईपीओ इस साल अप्रैल में आया था। यह भारती ग्रुप की ओर से 2012 के बाद शेयर बाजार में लिस्ट हुई पहली कंपनी थी। इससे पहले भारती ग्रुप ने 2012 में इंडस टावर्स (तब कंपनी का नाम भारती इंफ्राटेल था) को लिस्ट कराया था।