Stock Market: बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी इंडेक्स के 22 अप्रैल को बढ़त के साथ खुलने की संभावना है। गिफ्ट निफ्टी 160 अंकों की बढ़त के साथ ब्रॉडर इंजेक्सों के लिए अच्छी शुरुआत के संकेत दे रहा है। पिछले कारोबारी दिन की बात करें 19 अप्रैल को एक वोलेटाइल कारोबारी सत्र में बेंचमार्क इंडेक्सों ने चार दिनों की गिरावट का सिलसिला तोड़ते हुए निचले स्तरों से वापसी की। बाजार को बैंकिंग और और मेंटल शेयरों से सबसे ज्यादा सपोर्ट मिला था। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 599.34 अंक या 0.83 फीसदी की बढ़त के साथ 73,088.33 पर और निफ्टी 151.20 अंक या 0.69 फीसदी की तेजी लेकर 22,147 पर बंद हुआ था।
पिवट प्वांट कैलकुलेटर से संकेत मिलता है कि निफ्टी 50 इंडेक्स को 21,881 के स्तर पर तत्काल सपोर्ट मिल सकता है, इसके बाद 21,786 और 21,633 के स्तर पर अगले बड़े सपोर्ट दिख रहे हैं। ऊपर की तरफ निफ्टी को 22,184 के स्तर पर रजिस्टेंस का सामना करना पड़ सकता है, जिसके बाद 22,283 और 22,437 के स्तर पर बड़े रजिस्टेस दिख रहे हैं।
करेंसी और इक्विटी बाजारों में आज क्या हो रहा है यह जानने के लिए मनीकंट्रोल के साथ बने रहें। यहां हम आपके लिए तमाम समाचार प्लेटफॉर्मों पर चल रही आज की ऐसी अहम खबरों की एक सूचि जारी कर रहें हैं जो भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों को प्रभावित कर सकते हैं।
आज आएंगे RIL के Q4 नतीजे
बाजार की नजर आज रिलायंस इंडस्ट्रीज के चौथी तिमाही के नतीजे पर रहेगी। कंपनी का मुनाफा करीब 13फीसदी बढ़कर 19550 करोड़ रुपए रह सकता है। आय में भी 5 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी संभव है। ऑयल, रिफाइनिंग, टेलीकाम और रिलायंस रिटेल के अच्छे प्रदर्शन से इस तिमाही में रिकॉर्ड EBITDA का अनुमान है।
22 अप्रैल को आने वाले नतीजे
आज 22 अप्रैल को रिलायंस इंडस्ट्रीज, आरती सर्फैक्टेंट्स, आदित्य बिड़ला मनी, महिंद्रा लॉजिस्टिक्स, रैलिस इंडिया, तेजस नेटवर्क्स, तमिलनाडु मर्केंटाइल बैंक, हैटसन एग्रो प्रोडक्ट, केसोराम इंडस्ट्रीज और केपी एनर्जी को 31 मार्च 2024 के खत्म हुई तिमाही के नतीजे आने वाले हैं।
HDFC BANK के नेट इंटरेस्ट मार्जिन से पॉजिटिव सरप्राइज
चौथी तिमाही में HDFC बैंक का मुनाफा अनुमान से कम रहा है। लेकिन नेट इंटरेस्ट मार्जिन से पॉजिटिव सरप्राइज मिला है। बैंक की नेट इंटरेस्ट मार्जिन तीन तिमाही की ऊंचाई पर रही है। वहीं बैंक की ब्याज से होने वाली कमाई में तिमाही आधार पर 2 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है।
AB फैशन के डीमर्जर को मंजूरी
AB फैशन के बोर्ड ने Madura Fashion & Lifestyle के डीमर्जर को मंजूरी दे दी है। मदुरा फैशन अलग लिस्टेड एंटिटी बनेगी। ABFRL के 1 शेयर के बदले आदित्य बिड़ला लाइफ स्टाइल ब्रांड्स लिमिटेड के 1 शेयर मिलेंगे।
चौथी तिमाही में विप्रो के नतीजे अनुमान के मुताबिक
चौथी तिमाही में विप्रो के नतीजे अनुमान के मुताबिक रहे हैं। डॉलर रेवेन्यू में फ्लैट ग्रोथ देखने को मिली है। लेकिन मार्जिन उम्मीद से बेहतर रही है। नए सीईओ श्रीनिवास पल्लिया ने कहा है कि कंपनी का फोकस अधिग्रहण पर रहेगा।
गिफ्टी निफ्टी
गिफ्ट निफ्टी के रुझान से ब्रॉडर इंडेक्स को बढ़त के साथ खुलने के संकेत दिख रहे हैं। गिफ्ट निफ्टी 139.50 अंक या 0.63 फीसदी की बढ़त के साथ भारत में ब्रॉडर इंडेक्स के लिए एक मजबूत शुरुआत के संकेत दे रहा है। निफ्टी वायदा 22,250.50 के स्तर के आसपास कारोबार कर रहा है।
अमेरिकी बाजार
नैस्डैक और एसएंडपी 500 शुक्रवार को तेज गिरावट के साथ बंद हुए। कंपनियों के कमजोर नतीजों, केंद्रीय बैंक की नीति के जुड़ी अनिश्चितताओं और जियोपोलिटिकल संघर्ष के कारण ट्रेजरी यील्ड में गिरावट आई थी। सोने और कच्चे तेल की कीमतें बढ़ीं क्योंकि निवेशकों ने मध्य पूर्व में उथल-पुथल के बीच सुरक्षित निवेश विकल्पों की तरफ फोकस किया। डाओ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 211.02 अंक या 0.56 फीसदी बढ़कर 37,986.4 पर, एसएंडपी 500 43.89 अंक या 0.88 फीसदी गिरकर 4,967.23 पर और नैस्डैक कंपोजिट 319.49 अंक या 2.05 फीसदी गिरकर 15,282.01 पर बंद हुआ था।
एशियाई बाजारों में तेजी
शुक्रवार की बिकवाली के बाद आज एशियाई बाजारों में तेजी आई है क्योंकि निवेशक इस सप्ताह आने वाले चीन, जापान और दक्षिण कोरिया के ताजा आंकड़ों पर नजरें बनाएं हुए हैं।
FII और DII आंकड़े
19 अप्रैल को भारतीय बाजारों में विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 129.39 करोड़ रुपए की खरीदारी की। इस दिन घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 52.50 करोड़ रुपए की बिकवाली की।
NSE पर F&O बैन में आने वाले शेयर
एनएसई ने बायोकॉन को 22 अप्रैल के लिए एफएंडओ प्रतिबंध सूची में जोड़ा है, जबकि बलरामपुर चीनी मिल्स, बंधन बैंक, एक्साइड इंडस्ट्रीज, वोडाफोन आइडिया, मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर, पीरामल एंटरप्राइजेज, सेल और ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज को इस सूची में बरकरार रखा है। जीएनएफसी, हिंदुस्तान कॉपर और नेशनल एल्युमीनियम कंपनी को इस सूची से हटा दिया गया है। बताते चलें कि F&O सेगमेंट में शामिल स्टॉक्स को उस स्थिति में बैन कैटेगरी में डाल दिया जाता है, जिसमें सिक्योरिटीज की पोजीशन उनकी मार्केट वाइड पोजीशन लिमिट से ज्यादा हो जाती है।