Allied Blenders and Distillers IPO: एलाइड ब्लेंडर्स एंड डिस्टिलर्स (ABD) के आईपीओ को आज निवेशकों का फीका रिस्पॉन्स मिला। सब्सक्रिप्शन के पहले दिन यह इश्यू 0.51 गुना सब्सक्राइब हुआ है। इसे कुल 2.01 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिल गई है जबकि ऑफर पर 3.93 करोड़ शेयर हैं। कंपनी आईपीओ के जरिए 1500 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में है। इसके लिए 267-281 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड रखा गया है। निवेशकों के पास इस आईपीओ में 27 जून तक निवेश का मौका रहेगा।
Allied Blenders and Distillers IPO: सब्सक्रिप्शन से जुड़ी डिटेल
क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) – 0.02 गुना
नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) – 0.87 गुना
रिटेल इनवेस्टर्स – 0.63 गुना
एम्प्लॉई रिजर्व – 2.06 गुना
टोटल – 0.51 गुना
(25 Jun 2024 | 05:00:00 PM)
Allied Blenders and Distillers IPO से जुड़ी डिटेल
एलाइड ब्लेंडर्स एंड डिस्टिलर्स के आईपीओ में 1,000 करोड़ रुपये के नए शेयर और 500 करोड़ रुपये का प्रमोटरों और मौजूदा निवेशकों की ओर से ऑफर-फॉर-सेल शामिल है। कंपनी ने बताया कि वह नए शेयरों की बिक्री से मिली आय का इस्तेमाल अपने कर्ज चुकाने और दूसरे सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए करेगी।
प्रमोटर बीना किशोर छाबड़िया और रेशम छाबड़िया जीतेंद्र हेमदेव OFS में सेलिंग शेयरहोल्डर हैं, जो कि 375 करोड़ रुपये और 125 करोड़ रुपये के शेयर बेचेंगे। कंपनी ने अपने कर्मचारियों के लिए 3 करोड़ रुपये के इक्विटी शेयर आरक्षित रखे हैं।
एलाइड ब्लेंडर्स एंड डिस्टिलर्स आईपीओ से होने वाली आय में से 720 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर्ज चुकाने के लिए करेगी। इसके अलावा, शेष राशि का इस्तेमाल सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट और आईटीआई कैपिटल इस इश्यू के मर्चेंट बैंकर हैं। लिंक इनटाइम इंडिया रजिस्ट्रार है।
Allied Blenders and Distillers के बारे में
ABD भारतीय मालिकाना हक वाली सबसे बड़ी IMFL कंपनी है और भारत में कारोबार करने वाली तीसरी सबसे बड़ी IMFL कंपनी है। वित्त वर्ष 2023 में कंपनी ने शराब के 3.2 करोड़ से अधिक के केस बेचे और देश के व्हिस्की बाजार में इसका मार्केट शेयर करीब 12 प्रतिशत था। कंपनी के पास तेलंगाना के रंगपुर में डिस्टिलरी है, जो 75 एकड़ में फैली हुई है। ABD के पास शराब में इस्तेमाल होने वाली प्रमुख सामग्री, एक्स्ट्रा न्यूट्रल अल्कोहल (ENA) की 600 लाख लीटर सालाना इन-हाउस डिस्टिलेशन क्षमता है। इसके अलावा इसके पास नौ बॉटलिंग यूनिट्स है और इसने 23 अन्य बोतल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स के साथ लंबी अवधि का रणनीतिक गठजोड़ किया है।
कंपनी की पश्चिम बंगाल, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश में बहुत मजबूत स्थिति है। इसकी करीब 40 फीसदी सालाना बिक्री इसी राज्य से आती है। प्रोडक्ट के आधार पर बात करें, तो कंपनी की 95 फीसदी बिक्री व्हिस्की से आती है। इसके अलावा ब्रांडी, रम, वोदका और जिन में इसकी छोटी उपस्थिति है, लेकिन यह धीरे-धीरे बढ़ रहा है।