Reliance Capital: दिवालिया हो चुकी अनिल अंबानी की रिलायंस कैपिटल (RCap) की बिक्री का मामला फंसता जा रहा है। दरअसल, कंपनी के ऋणदाताओं ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) के समक्ष एक हलफनामा दायर किया है। इसमें हिंदुजा समूह के स्वामित्व वाली इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड (IIHL) द्वारा अपनी समाधान योजना को लागू करने के लिए मांगे गए 90 दिन के विस्तार का विरोध किया गया है। बता दें कि IIHL ने आरकैप को खरीदा है। बता दें कि पिछले कई महीनों से रिलायंस कैपिटल की ट्रेडिंग बंद है। कंपनी के शेयर की आखिरी कीमत 11.79 रुपये थी।
क्या है मामला?
आपको बता दें कि एनसीएलटी की मुंबई पीठ ने 27 फरवरी को इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड (आईआईएचएल) की तरफ से रिलायंस कैपिटल के लिए पेश कर्ज समाधान योजना को मंजूरी दी थी। आईआईएचएल ने 9,650 करोड़ रुपये की समाधान योजना पेश की थी। नवंबर, 2021 में भारतीय रिजर्व बैंक ने अनिल अंबानी समूह की कंपनी रिलायंस कैपिटल के निदेशक मंडल को अनियमितताओं के कारण भंग कर दिया था। इसके साथ ही नागेश्वर राव वाई को प्रशासक नियुक्त किया गया था।
रिलायंस कैपिटल पर 40,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज था और चार आवेदकों ने शुरू में समाधान योजनाओं के साथ बोली लगाई थी। हालांकि, ऋणदाताओं की समिति ने कम बोली मूल्यों वाली इन समाधान योजनाओं को नकार दिया था। इसके बाद बोली का दूसरा दौर हुआ जिसमें आईआईएचएल के साथ टॉरेंट इन्वेस्टमेंट्स ने भी शिरकत की थी।
इरडा ने भी दी थी मंजूरी
बीमा क्षेत्र के नियामक इरडा ने रिलायंस कैपिटल के अधिग्रहण के लिए हिंदुजा समूह की कंपनी इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड (आईआईएचएल) की बोली को सशर्त मंजूरी दे दी है। आईआईएचएल के एक प्रवक्ता ने कहा, ”हमें अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर कल (10 मई, 2024) इरडा से मंजूरी मिलने की खुशी है। मंजूरी कुछ नियामक, वैधानिक और न्यायिक मंजूरियों/ अनुपालनों के अधीन है।” प्रवक्ता ने कहा कि आईआईएचएल अधिग्रहण को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है और उसका लक्ष्य एनसीएलटी की निर्धारित तिथि 27 मई, 2024 तक इसे पूरा करने का है।