मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) ने फ्रंट रनिंग के मामले में क्वैंट म्यूचुअल फंड के ठिकानों पर छापेमारी की है। फ्रंट रनिंग का मतलब ऐसी अवैध गतिविधि से है, जहां फंड मैनेजर/डीलर/ब्रोकर को आने वाले बड़े ट्रेड के बारे में पता होता है और इस आधार पर वे पहले ऑर्डर करते हैं और मुनाफा कमाते हैं।
मामले से वाकिफ सूत्रों ने बताया कि संजय टंडन के मालिकाना हक वाले इस फंड के मुंबई और हैदराबाद स्थित ठिकानों पर छापेमारी की गई। एक सूत्र ने बताया कि क्वैंट म्यूचुअल फंड के मुंबई मुख्यालय के अलावा हैदराबाद में भी छापेमारी की गई है।
सूत्रों के मुताबिक, बीते 21 जून को मामले से जुड़े क्वैंट डीलर्स और अन्य लोगों से पूछताछ भी की गई थी। क्वैंट म्यूचुअल फंड (Quant Mutual Fund) की शुरुआत संदीप टंडन ने की थी। फंड को 2017 में सिक्योरिटीज एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) से म्यूचुअल फंड लाइसेंस मिला था। यह देश का काफी तेजी से बढ़ने वाला म्यूचुअल फंड रहा है।
साल 2019 में उसकी एसेट्स 100 करोड़ रुपये थी, जो फिलहाल 90,000 करोड़ रुपये है। इस साल जनवरी में फंड की एसेट्स 50,000 करोड़ रुपये को पार कर गई थी और इसके पोर्टफोलियो में 26 स्कीम और 54 लाख पोर्टफोलियो शामिल थे।
अब तक फंड की परफॉर्मेंस काफी बेहतर रही है। इसका स्मॉलकैप फंड फिलहाल 20,000 करोड़ रुपये से भी ज्यादा फंड मैनेज करता है। यह पिछले 5 और 3 साल में सबसे बेहतर परफॉर्म करने वाला फंड रहा है। इस फंड की परफॉर्मेंस अब तक काफी बेहतर रही है। इसका स्मॉल-कैप फंड फिलहाल 20,000 करोड़ रुपये से भी ज्यादा के फंड को मैनेज करता है।
सेबी फ्रंट रनिंग को खत्म करने के लिए म्यूचुअल फंडों पर आक्रामक तरीके से कार्रवाई कर रही है।