Defence Stocks: भारत सरकार के स्वामित्व वाली डिफेंस कंपनी, गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड (GRSE) को 5.4 करोड़ डॉलर (करीब 451 करोड़ रुपये) का एक बड़ा एक्सपोर्ट्स ऑर्डर मिला है। कंपनी ने शनिवार 22 जून को शेयर बाजारों को भेजी एक सूचना में यह जानकारी दी। गार्डन रीच शिपबिल्डर्स ने बताया कि उसने जर्मनी की कंपनी, कार्स्टन रेहडर शिफ्समाक्लर एंड रीडरी जीएमबीएच (Carsten Rehder Schiffsmakler and Reederei GmbH) के साथ 7,500 DWT क्षमता वाले चार मल्टी-परपज वेसल्स (पानी वाले जहाज) को बनाने और उसकी सप्लाई के लिए एक समझौता किया है। कंपनी ने बताया कि इस समझौते में निकट भविष्य में 4 और जहाजों को बनाने का विकल्प भी शामिल हैं।
गार्डन रीच शिपबिल्डर्स 33 महीने के भीतर जहाजों का डिजाइन और निर्माण पूरा होने के बाद इन्हें एक्सपोर्ट करेगी। ऑर्डर के मुताबिक, जहाज 120 मीटर लंबे और 17 मीटर चौड़े होंगे, जिनका अधिकतम ड्राफ्ट 6.75 मीटर होगा। प्रत्येक जहाज की क्षमता 7,500 मीट्रिक टन कार्गो तक ले जाने की होगी।
इन जहाजों में एक सिंगल कार्गो होगा, जो बल्क, नार्मल और प्रोजेक्ट सभी तरह के कार्गो को एडजस्ट कर लेगा। कंटेनरों को हैच कवर पर ले जाया जाएगा। जहाजों को इस तरह से डिजाइन किया जाएगा कि ये कई बड़े विंड टर्बाइन ब्लेड को भी लेकर आवाजाही कर सकें।
इस बीच गार्डन रीच शिपबिल्डर्स के शेयर शुक्रवार 21 जून को एनएसई पर 6.37 फीसदी गिरकर 1,649 रुपये के भाव पर बंद हुए। इस साल अबतक कंपनी के शेयरों में करीब 88.72 फीसदी की तेजी आ चुकी है। वहीं पिछले एक साल में इसने अपने निवेशकों को 185.27 फीसदी का मल्टीबैगर रिटर्न दिया है।
कंपनी की वित्तीय सेहत की बात करें, तो मारच तिमाही में इसका शुद्ध मुनाफा 101.81 फीसदी बढ़कर 111.60 करोड़ रुपये रहा, जो इसके पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 55.30 करोड़ रुपये था। वहीं कंपनी की बिक्री मार्च तिमाही में 68.96 फीसदी बढ़कर 1015.73 करोड़ रुपये रही, जो इसके पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 601.17 करोड़ रुपये था।
पूरे वित्त वर्ष 2024 में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 56.61 फीसदी बढ़कर 357.27 करोड़ रुपये रहा, जो इसके पिछले वित्त वर्ष में 228.12 करोड़ रुपये था। वहीं बिक्री इस दौरान 40.27 फीसदी बढ़कर 3592.64 करोड़ रुपये रही, जो इसके पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 2561.15 करोड़ रुपये था।