इंटरनेशनल मार्केट में कॉपर की कीमतों में रिकवरी लौट आई है। LME (लंदन मेटल एक्सचेंज) पर मई में 9550 डॉलर तक गिरने के बाद कॉपर के भाव 9800 डॉलर के पार निकल गए हैं। हालांकि की इसका भाव अभी भी साल के हाई 11000 डॉलर के नीचे है। उधर CME पर भी कॉपर का दाम 4.50 डॉलर के पार हैं। इस तेजी के पीछे क्या कारण हैं। इस पर बात करते हुए सीएनबीसी -आवाज़ की मनीषा गुप्ता ने कहा कि LME और CME पर कॉपर में रिकवरी आई है। सप्लाई में गिरावट से कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है।
कॉपर जबरदस्त रिकवरी मोड में है। इंटरनेशनल मार्केट में कॉपर के दाम में 2 महीने के निचले स्तरों से रिकवरी आई है। इसके पहले मई में कॉपर के भाव 11000 डॉलर के पार निकले थे। 2024 में कॉपर की चाल पर नजर डालें तो LME पर इसमें 15 फीसदी और CME पर 16 फीसदी की तेजी देखने को मिली है।
क्या हैं इस रिकवरी के कारण
मनीषा ने कहा कि कॉपर में रिकवरी के 6 बड़े कारण हैं। चीन के सेंट्रल बैंक ने लोन दरों में बदलाव नहीं किया है। चीन में 1 साल की लोन दर 3.45 फीसदी पर कायम है। वहीं, यहां 5 साल की लोन दर 3.95 फीसदी पर कायम है। कॉपर ओर की उपलब्धता को लेकर भी चिंता बनी हुई है। चिली के कोडेल्को माइन में उत्पदन घटा है। चीन में कॉपर की स्मेल्टिंग मे भी गिरावट आई है।
कॉपर से जुड़े शेयरों की चाल
आज कॉपर से जुड़े शेयरों की चाल की बात करें तो हिंदुस्तान कॉपर 6.35 अंक यानी 1.94 फीसदी की तेजी के साथ 335 रुपए के आसपास कारोबार कर रहा है। आज का इसका दिन का हाई 338 रुपए और दिन का लो 322.75 रुपए है। वहीं, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज 15 रुपए यानी 2.26 फीसदी की बढ़त के साथ 680 रुपए के आसपास नजर आ रहा है। वहीं, वेदांता इंडस्ट्रीज 19.65 अंक यानी 4.38 फीसदी की बढ़त के साथ 470 रुपए के आसपास कारोबार कर रहा है।