ऑफिसर्स चॉइस व्हिस्की बनाने वाली कंपनी एलाइड ब्लेंडर्स एंड डिस्टिलर्स का आईपीओ 25 जून को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने वाला है। कंपनी का इरादा आईपीओ के जरिए 1,500 करोड़ रुपये जुटाने का है। आईपीओ के लिए प्राइस बैंड की घोषणा 20 जून को की जाएगी। निवेशकों के पास आईपीओ में 27 जून तक निवेश का मौका रहेगा। वहीं, एंकर निवेशकों के लिए 24 जून को यह आईपीओ एक दिन के लिए खुलेगा।
Allied Blenders and Distillers IPO से जुड़ी डिटेल
एलाइड ब्लेंडर्स एंड डिस्टिलर्स के आईपीओ में फ्रेश इश्यू के साथ ही ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल है। इश्यू के तहत 1,000 करोड़ रुपये के फ्रेश इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे। इसके अलावा, मौजूदा शेयरधारकों द्वारा 500 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री OFS के तहत होगी।
प्रमोटर बीना किशोर छाबड़िया और रेशम छाबड़िया जीतेंद्र हेमदेव OFS में सेलिंग शेयरहोल्डर हैं, जो कि 375 करोड़ रुपये और 125 करोड़ रुपये के शेयर बेचेंगे। कंपनी ने अपने कर्मचारियों के लिए 3 करोड़ रुपये के इक्विटी शेयर आरक्षित रखे हैं।
Allied Blenders and Distillers कहां करेगी फंड का इस्तेमाल
एलाइड ब्लेंडर्स एंड डिस्टिलर्स आईपीओ से होने वाली आय में से 720 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर्ज चुकाने के लिए करेगी। इसके अलावा, शेष राशि का इस्तेमाल सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट और आईटीआई कैपिटल इस इश्यू के मर्चेंट बैंकर हैं। लिंक इनटाइम इंडिया रजिस्ट्रार है।
Allied Blenders and Distillers का बिजनेस
एलाइड ब्लेंडर्स इंडियन मेड फॉरेन लिकर (IMFL) बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है। कंपनी व्हिस्की, ब्रांडी, रम और वोदका के 16 ब्रांडों का प्रोडक्ट पोर्टफोलियो ऑफर करती है, जिसमें ऑफिसर्स चॉइस व्हिस्की, स्टर्लिंग रिजर्व, ऑफिसर्स चॉइस ब्लू और आईकॉनिक व्हिस्की शामिल हैं।
वित्त वर्ष 2023 में भारतीय व्हिस्की मार्केट में इसकी अनुमानित बाजार हिस्सेदारी (सेल्स वॉल्यूम के संदर्भ में) 11.8 फीसदी थी। वित्त वर्ष 23 में व्हिस्की ने इसके रेवेन्यू में सबसे अधिक 97.36 फीसदी और दिसंबर 2023 को समाप्त नौ महीने की अवधि में 96.95 फीसदी का योगदान दिया।
Allied Blenders and Distillers का फाइनेंशियल
पूरे भारत में डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क वाली मुंबई स्थित शराब कंपनी ने मार्च 2023 को समाप्त वित्त वर्ष में 1.6 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 8.5 फीसदी अधिक है। इसी अवधि के दौरान रेवेन्यू (एक्साइज ड्यूटी को छोड़कर) 17.2 फीसदी बढ़कर 3,146.6 करोड़ रुपये हो गया। दिसंबर 2023 को समाप्त नौ महीने की अवधि में नेट प्रॉफिट पिछले वर्ष की तुलना में 46.8 फीसदी बढ़कर 4.2 करोड़ रुपये हो गया और रेवेन्यू 7.8 फीसदी बढ़कर 2,560.3 करोड़ रुपये हो गया।