Indian room air conditioner market: भारत में रूम एयर कंडीशनर (RAC) का मार्केट वित्त वर्ष 2028-29 तक 12 फीसदी की सालाना दर से बढ़कर 50,000 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। टाटा ग्रुप की कंपनी वोल्टास ने अपनी हालिया एनुअल रिपोर्ट में यह बात कही है। एसी की लीडिंग कंपनी वोल्टास ने कहा कि घरेलू और अग्रणी विदेशी कंपनियों की मौजूदगी के कारण भारतीय घरेलू एसी बाजार में कंपटीशन ‘तेज’ हो गई है।
इन वजहों से घरेलू एसी बाजार में ग्रोथ को मिलेगा बढ़ावा
बढ़ती गर्मी, बढ़ती खर्च योग्य आमदनी और उपभोक्ता वित्त तक आसान पहुंच के साथ बेहतर लाइफ स्टाइल की चाह जैसे फैक्टर्स से घरेलू एसी सेगमेंट की ग्रोथ को बढ़ावा मिलने की संभावना है। वोल्टास ने कहा, “भारतीय घरेलू एसी बाजार के 2028-29 तक 12 फीसदी की सालाना दर से बढ़कर 50,000 करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है।”
2023-24 में जमकर बिके एसी
वोल्टास ने 2023-24 में 20 लाख से अधिक एसी बेचे। कंपनी के अनुसार, यह किसी भी ब्रांड द्वारा एक वर्ष में बेची गई एसी की अबतक की सबसे अधिक संख्या थी। कंपनी ने कहा, “वोल्टास ने एक जनवरी 2024 से 20 अप्रैल 2024 तक मात्र 110 दिन की अवधि में 10 लाख एसी बेचे हैं।” इस सत्र में कई कंपनियों की एसी बिक्री अप्रैल और मई में दोगुना से अधिक हो गई है। भीषण गर्मी के दौरान पारा 45 डिग्री के आसपास पहुंचने के बीच बिक्री में जबर्दस्त उछाल देखने को मिला है।
कमर्शियल AC में भी बढ़ रहा कंपटीशन
घरेलू एसी के अलावा, कमर्शियल एयर कंडीशनिंग (सीएसी) में भी कंपटीशन बढ़ने जा रही है। अब लीडिंग विदेशी कंपनियों ने इस क्षेत्र पर फोकस करना शुरू कर दिया है। इससे पहले, उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स एवं उपकरण विनिर्माता संघ ने कहा था कि इस साल उसे घरेलू एसी की रिकॉर्ड बिक्री की उम्मीद है, जिससे 2024 में वार्षिक बिक्री लगभग 1.4 करोड़ यूनिट हो जाएगी।