अमेरिका के एक प्रमुख अर्थशास्त्री ने शेयर बाजार में जल्द ही भारी गिरावट की चेतावनी दी है। उनका कहना है कि यह संकट बड़ी मंदी के दौर से भी खतरनाक हो सकता है। अर्थशास्त्री हैरी डेन्ट (Harry Dent) का कहना था कि सारा ‘बुलबुला’ अभी फूटा नहीं है और यह बड़ी मंदी से भी ज्यादा भयंकर हो सकता है। डेंट ने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से पढ़ाई की है।
उन्होंने कहा, ‘ 1925 से 1929 तक यह स्वाभाविक बुलबुला था। इसके पीछे कोई पैकैज या राहत पैकेज नहीं था। लिहाजा, यह नया है। ऐसा कभी नहीं हुआ। आप हैंगओवर को दूर करने के लिए क्या करते हैं? आप और ज्यादा शराब पीते हैं। इकोनॉमी को हमेशा के लिए अतिरिक्त पैसे से भर देना लॉन्ग टर्म में इसे नुकसान पहुंचा सकता है। हालांकि, हमें यह तभी पता चलेगा, जब बुलबुला फूटेगा।’
डेंट ने 1999 में जापान में एसेट की कीमतों और साल 2000 में डॉटकॉम बुलबुले के फूटने को लेकर सटीक भविष्यवाणी की थी। उन्होंने अपना अनुमान आबादी के ट्रेंड, इकोनॉमिक साइकल और मार्केट एनालिसिस के आधार पर किया है। डेंट का कहना है कि ज्यादातर बुलबुले 5 से 6 साल तक कायम रहते हैं, लेकिन मौजूदा बुलबुला पिछले 14 साल से चल रहा है। उन्होंने कहा, ‘इस वजह से बाजार में गिरावट 2008-09 के दौर से भी तेज रह सकती है।’
डेंट का कहना कि बुलबुला फूटने पर मार्केट में गिरावट 2007-08 के दौर से भी ज्यादा तेज रहेगी। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि S&P इंडेक्स अपने टॉप लेवल से 86 पर्सेंट तक गिर सकता है, जबकि नैस्डैक में 92 पर्सेंट गिरावट की आशंका है।’ उनका यह भी कहना था कि यह गिरावट अगले साल के शुरू या बीच में देखने को मिल सकती है, जब इनफ्लेशन को नियंत्रित करने के लिए फेडरल रिजर्व की मॉनिटरी पॉलिसी को सख्त किया जाएगा। डेंट के मुताबिक, इस बुलबुले के फूटने में हाउसिंग मार्केट की अहम भूमिका होगी।
उनके मुताबिक, लंबे समय से चले आ रहे इस बुलबुले के लिए अमेरिकी सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने कहा, ‘ सरकार ने ड्रग का इंजेक्शन देकर आर्टिफिशियल इकोनॉमी को कृत्रित तरीके से मजबूत बनाने की कोशिश की है, लिहाजा यह कहा जा सकता है कि इस बुलबुले के लिए सरकार शत-प्रतिशत जिम्मेदार है। इतिहास बताता है कि बुलबुले हमेशा फूटते ही हैं।’