अनिल अंबानी के मालिकाना हक वाली कंपनियों के शेयरों में तूफानी तेजी आई है। अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयर सोमवार को 10 पर्सेंट से अधिक की तेजी के साथ 185.65 रुपये पर बंद हुए हैं। दिन के कारोबार के दौरान रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयर 192.15 रुपये तक पहुंचे। रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर की सहायक इकाई रिलायंस वेलोसिटी लिमिटेड ने एक नई कंपनी रिलायंस ईवी प्राइवेट लिमिटेड (REVPL) बनाई है। कंपनी ने बताया है कि उसे मिनिस्ट्री ऑफ कॉरपोरेट अफेयर्स से सर्टिफिकेट ऑफ इनकॉरपोरेशन मिल गया है। रिलायंस ईवी प्राइवेट लिमिटेड को ऑटोमोबाइल्स और उससे जुड़ी एक्टिविटीज के लिए बनाया गया है।
कर्ज चुकाने और नए बिजनेस के लिए जुटा रही 3000 करोड़ रुपये
अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर फॉरेन करेंसी कन्वर्टिबल बॉन्ड्स (FCCB) के जरिए 350 मिलियन डॉलर (3000 करोड़ रुपये) जुटाने की तैयारी में है। कंपनी इस पैसे का इस्तेमाल अपना कर्ज (रुपी डेट) चुकाने और इलेक्ट्रिक पावर जेनरेशन जैसे नए बिजनेस को शुरू करने में करेगी। यह बात इकनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट में कही गई है। पिछले हफ्ते ही रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने 4 नई सहायक कंपनियां शुरू की हैं। यह कंपनियां रिलायंस जय प्राइवेट लिमिटेड (RJPL), रिलायंस अनलिमिट प्राइवेट लिमिटेड (RUPL), रिलायंस ईवी प्राइवेट लिमिटेड और रिलायंस राइज प्राइवेट लिमिटेड (RRPL) हैं।
इन कंपनियां इन बिजनेस पर करेंगी फोकस
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर की सब्सिडियरीज इलेक्ट्रिक पावर जेनरेशन, इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी कंसल्टेंसी, इंफ्रास्ट्रक्चर और फ्यूल ट्रांसपोर्ट के लिए व्हीकल्स की मैन्युफैक्चरिंग जैसे बिजनेस पर फोकस करेंगी। रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के अलावा सोमवार को रिलायंस पावर (Reliance Power) के शेयरों में भी अच्छी तेजी आई है। रिलायंस पावर के शेयर सोमवार को 4 पर्सेंट से अधिक की तेजी के साथ 26.07 रुपये पर बंद हुए हैं। रिलायंस पावर के शेयरों का 52 हफ्ते का हाई लेवल 34.35 रुपये है। वहीं, कंपनी के शेयरों का 52 हफ्ते का लो लेवल 13.80 रुपये है। रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने अगस्त 2022 में 123 रुपये प्रति शेयर पर FCCB के रूप में 400 मिलियन डॉलर जुटाने के प्रपोजल को मंजूरी दी थी। हालांकि, कंपनी बाद में इस प्लान पर आगे नहीं बढ़ी।