Auto Stocks: लिस्टेड कंपनियों के तिमाही नतीजे आते हैं तो उनकी ब्रोकरेज फर्म उसकी कारोबारी सेहत को अपने मानकों पर चेक करते हैं। उसके हिसाब से फिर उनकी रेटिंग को या तो कायम रखा जाता है, यहा उनमें कटौती की जाती है या उन्हें अपग्रेड किया जाता है। निफ्टी 50 (Nifty 50) के स्टॉक्स की बात करें तो तीन कंपनियों के शेयरों को ब्रोकरेज फर्मों ने डाउनग्रेड किया है। यहां बात हो रही है मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki), टाटा मोटर्स (Tata Motors) और आयशर मोटर्स (Eicher Motors) की। मार्च तिमाही के मजबूत नतीजे के बावजूद एनालिस्ट्स इन्हें लेकर इतने बेयरेश हुए कि ये पिछले तीन महीने में सबसे अधिक डाउनग्रेड होने वाले स्टॉक्स बन गए।
फरवरी में मारुति की बाय कॉल 38 थी जो मई में आकर 33 ही रह गई। हालांकि होल्ड कॉल 6 से बढ़कर 10 पर पहुंच गई और सेल कॉल 3 पर बनी हुई है। इस दौरान टाटा मोटर्स की बाय कॉल 26 से गिरकर 20 पर आ गई लेकिन होल्ड कॉल 5 से बढ़कर 8 पर पहुंच गई और सेल कॉल भी बढ़कर 5 पहुंच गई। आयशर मोटर्स की बात करं तो इसकी बाय कॉल 18 से घटकर 16 पर आ गई जबकि होल्ड कॉल बढ़कर 11 और सेल कॉल बढ़कर 14 पर पहुंच गई। अब सवाल उठता है कि मुनाफा बढ़ने के बावजूद इतनी रेटिंग डानउग्रेड क्यों हुई है क्योंकि मार्च तिमाही में मारुति सुजुकी ता शुद्ध मुनाफा 48 फीसदी, आयशर मोटर्स का मुनाफा 18 फीसदी और टाटा मोटर्स का मुनाफा 222 फीसदी बढ़ गया।
घरेलू ब्रोकरेज फर्म कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने 10500 रुपए के टारगेट प्राइस के साथ इसे सेल रेटिंग दी है। ब्रोकरेज का मानना है कि वित्त वर्ष 2025 में इसकी वॉल्यूम ग्रोथ सुस्त रह सकती है। स्मॉल और एसयूवी सेगमेंट में गिरावट दिख सकती है। कॉम्पटीशन में इसका मार्केट शेयर गिररकर 40.5-41 फीसदी तक आ सकता है। नोमुरा ने इसे न्यूट्रल रेटिंग दी है और कहा है कि इंवेंटरी बढ़ने के चलते कंपनी डिस्काउंट बढ़ा सकती है। इसके अलावा वित्त वर्ष 2026 में इसका मार्केट शेयर गिर सकता है। एक्सिस सिक्योरिटीज ने महंगे वैल्यूएशन और एंट्री-लेवल कार सेगमेंट में सुस्त वॉल्यूम ग्रोथ के आसार के चलते इसकी रेटिंग को बाय से घटाकर होल्ड कर दिया है।
प्रीमियम सेगमेंट में आयशर मोटर्स को हीरो मोटोकॉर्प और बजाज ऑटो से कड़ा कॉम्पटीशन मिल रहा है। जेपीमॉर्गन 4230 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ इस पर न्यूट्रल है। एनालस्ट्स के मुताबिक वोल्वो और आयशर मोटर्स के बीच के ज्वाइंट वेंचर्स को शॉर्ट टर्म में चुनावों और इंफ्रास्ट्रक्चर में सुस्ती के चलते चुनौतियां झेलनी पड़ सकती है। नुवामा ने इसकी रॉयल एनफील्ड को वैश्विक ब्रांडों से चुनौतियों के चलते इसकी होल्ड रेटिंग को बरकरार रखा है।
पिछले साल टाटा मोटर्स के शेयर निफ्टी के सबसे टॉप परफॉर्मर ही नहीं रहे बल्कि इसने पैसे भी डबल से अधिक कर दिए। हालांकि अब की बात करें तो मोतीलाल ओसवाल ने इसकी न्यूट्र्ल रेटिंग बरकरार रखी है क्योंकि जगुआर लैंड रोवर के कम मार्जिन वाले ईवी में तेजी से जुड़ी चुनौती है और देश के कॉमर्शियल और पैसेंजर वीइकल्स सेगमेंट में मांग मॉडेरेट रहने के आसार हैं। जगुआर लैंडरोवर अपनी आने वाली इलेक्ट्रिक रेंज रोवर की टेस्टिंग आर्कटिक सर्किल और मिडिल ईस्टर्न के रेगिस्तानों में कर रही है और इस साल के आखिरी तक इसे लॉन्च करने की योजना है।
मॉर्गन स्टैनले ने भी इसकी रेटिंग को ओवरवेट से कम कर इक्वल वेट कर दिया है। नोमुरा ने भी इसकी रेटिंग को बाय से घटाकर न्यूट्रल कर दिया है और इसका अनुमान है कि जगुआर लैंड रोवर की मांग सुस्त हो सकती है। हालांकि पैसेंजर वीईकल्स की मांग बढ़ सकती है और कॉमर्शियल वीईकल्स की ग्रोथ मॉडेरेट रह सकती है।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।