क्रोनॉक्स लैब साइंसेज के आईपीओ को आज 4 जून को बाजार में भारी बिकवाली के बीच मजबूत रिस्पॉन्स मिला है। सब्सक्रिप्शन के दूसरे दिन तक यह इश्यू 24.59 गुना सब्सक्राइब हो गया है। इसे कुल 16.59 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिल गई है, जबकि ऑफर पर 66.99 लाख शेयर हैं। कंपनी ने आईपीओ के लिए 129-136 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया है। निवेशकों के पास इस आईपीओ में 5 जून तक निवेश का मौका रहेगा। कंपनी का इरादा आईपीओ के जरिए 130.15 करोड़ रुपये जुटाने का है। बता दें कि लोकसभा चुनाव के नतीजों से उभरी राजनीतिक अनिश्चितता के बीच BSE सेंसेक्स और निफ्टी 50 में करीब 6 फीसदी की गिरावट आई है।
Kronox Lab Sciences IPO subscription status: सब्सक्रिप्शन से जुड़ी डिटेल
क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB)- 3.39 गुना
नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) – 52.94 गुना
रिटेल इंडिविजुअल इनवेस्टर्स (RII)- 24.55 गुना
टोटल – 24.59 गुना
(04 Jun 2024 | 05:00:00 PM)
Kronox Lab Sciences IPO से जुड़ी डिटेल
इस आईपीओ में नए इक्विटी शेयर जारी नहीं होंगे और यह यह पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) पर बेस्ड है। OFS के हिस्से के रूप में 95.70 लाख इक्विटी शेयरों की बिक्री की जाएगी। प्रमोटर जोगिंदर सिंह जसवाल, केतन रमानी और प्रीतेश रमानी ओएफएस में सेलिंग शेयरहोल्डर हैं, जिनमें से प्रत्येक 31.9 लाख शेयर बेचेंगे। पैंटोमैथ कैपिटल एडवाइजर्स इस इश्यू के लिए एकमात्र बुक रनिंग लीड मैनेजर है, जबकि केफिन टेक्नोलॉजीज इस ऑफर के लिए रजिस्ट्रार है।
निवेशक इस आईपीओ में कम से कम 110 शेयरों और उसके मल्टीपल में बोली लगा सकते हैं। इस हिसाब से रिटेल निवेशकों को कम से कम 14960 रुपये का निवेश करना होगा। सब्सक्रिप्शन के बाद 6 जून को शेयरों का अलॉटमेंट होने की उम्मीद है। रिफंड की प्रक्रिया 7 जून से शुरू हो जाएगी। NSE और BSE पर लिस्टिंग के लिए संभावित तारीख 10 जून है।
Kronox Lab Sciences के बारे में
गुजरात स्थित यह कंपनी फार्मास्यूटिकल, एग्रोकेमिकल, पर्सनल केयर, मेटल रिफाइनरी और एनिमल हेल्थ प्रोडक्ट्स जैसे डायवर्सिफाइड एंड यूजर्स इंडस्ट्रीज के लिए हाई प्योरिटी वाले स्पेशियलिटी फाइन केमिकल बनाती है। यह फॉस्फेट, सल्फेट, एसीटेट, क्लोराइड, साइट्रेट, नाइट्रेट्स, नाइट्राइट्स, कार्बोनेट, EDTA डेरिवेटिव्स, हाइड्रॉक्साइड, सक्सिनेट और ग्लूकोनेट सहित 185 से अधिक प्रोडक्ट ऑफर करती है, जो भारत और वैश्विक स्तर पर 20 से अधिक देशों में कस्टमर्स को सप्लाई किए जाते हैं।