Market Outlook: लोकसभा चुनाव की मतगणना वाले दिन घरेलू शेयर बाजारों ने जबरदस्त गिरावट देखी. पिछले 4 सालों में बाजार ने सबसे बड़ी गिरावट देखी. रूझान एग्जिट पोल के अनुमान से कम आने के कारण बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स 5 पर्सेंट से ज्यादा तो निफ्टी 6 पर्सेंट की गिरावट के साथ बंद हुआ. बाजार में चौतरफा गिरावट देखने को मिली और निवेशकों के एक कारोबारी सत्र में 30 लाख करोड़ रुपये डूब गए. बीएसई सेंसेक्स 4,389 अंक या 5.74 प्रतिशत गिरकर 72,079 अंक और एनएसई निफ्टी 1,379 अंक या 5.93 प्रतिशत फिसलकर 21,884 अंक पर बंद हुआ.
ऐसे में बाजार में आगे का आउटलुक कैसा दिख रहा है और निवेशकों को आगे क्या करना चाहिए, इसपर सबके सवाल हैं. Zee Business के मैनेजिंग एडिटर और मार्केट गुरु अनिल सिंघवी ने इस बारे में MOFSL के चेयरमैन और को-फाउंडर रामदेव अग्रवाल और Abakkus Asset Manager सुनील सिंघानिया से बात की.
क्या खरीदारी करने का समय?
सुनील सिंघानिया ने आज की गिरावट पर कहा कि एग्जिट पोल से बाजार ने बहुत ज्यादा उम्मीद लगाई थी, और BJP को पूर्ण बहुमत ना मिलने से बाजार में थोड़ी निराशा हुई है. लेकिन NDA को 300 से ज्यादा सीटें मिलेंगी और NDA सरकार बनना तय है. FIIs की बिकवाली के बाद खरीदारी आई थी, लेकिन क्या अब फिर से गिरावट आएगी? इसपर सिंघानिया ने कहा कि भारतीय बाजार से कोई जाने वाला नहीं है, अभी तक जो मार्जिन पर बैठे थे, वो अब खरीदारी करेंगे. जो स्टॉक गिरे हैं, वो ओवर वैल्यूएशन पर चल रहे थे.
आगे बाजार की नजर कहां रहनी चाहिए, इस पर उन्होंने कहा कि नई सरकार का फोकस सिर्फ और सिर्फ ग्रोथ पर रहना जरूरी है. NDA सरकार का फोकस रिफॉर्म और ग्रोथ पर ही रहेगा. उन्होंने कहा कि लंबी अवधि के निवेशकों के लिए आज की गिरावट बड़ा मौका है. बाजार में और गिरावट आने पर FIIs निवेश करना शुरू कर सकते हैं. इकोनॉमी का ट्रेंड बदला नहीं है, ग्रोथ जारी रहेगी.
सरकार के सामने क्या होंगी चुनौतियां?
MOFSL के रामदेव अग्रवाल ने कहा कि BJP को पूर्ण बहुमत ना मिलने से बाजार में थोड़ी निराशा है. दिक्कत ये है कि साझा सरकार में पॉलिसी बनाते वक्त सबका ख्याल रखना पड़ता है. साझा सरकार में निर्दलीय, छोटे दलों की मनमानी बढ़ती है. हालांकि, JDU, TDP के साथ BJP आराम से सरकार बनाएगी. कुछ क्षेत्रों को छोड़कर, ग्रामीण-शहरी वोटर्स ने NDA को वोट दिया.