शेयर बाजार की दिशा इस हफ्ते आम चुनावों के नतीजों और ब्याज दर को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के निर्णय से तय होगी। एनालिस्ट्स ने यह राय जताई है। बीते सप्ताह BSE का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,449 अंक या 1.92 फीसदी टूटा। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में 426.4 अंक या 1.85 फीसदी की गिरावट आई। सेंसेक्स 27 मई को 76009.68 अंक के ऑल टाइम हाई पर पहुंचा था। उसी दिन नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 23,110.80 अंक के अपने रिकॉर्ड हाई पर गया था। अंतिम चरण के चुनाव के बाद एग्जिट पोल के रूझान सामने आ गए हैं।
ज्यादातर एग्जिट पोल में भाजपा की अगुवाई वाली NDA को बड़ी जीत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। हालांकि, मतगणना चार जून को होगी। यहां हमने उन अहम फैक्टर्स के बारे में बताया है, जो इस हफ्ते बाजार को प्रभावित कर सकते हैं।
लोकसभा चुनाव परिणाम
मजबूत एग्जिट पोल के बाद सभी की निगाहें 4 जून को आने वाले एक्चुअल चुनाव नतीजों पर रहेंगी। मार्केट एक्सपर्ट्स को उम्मीद है कि फाइनल रिजल्ट भी एग्जिट पोल के आसपास होंगे। 4 जून के बाद बाजार अगले पांच सालों के लिए सरकार के रोडमैप पर फोकस करना शुरू कर देगा। मतदान के बाद मतदान केंद्रों से बाहर निकलने वाले लोगों के सर्वे में कई एजेंसियों ने संकेत दिया कि भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को 2024 के लोकसभा चुनाव में 350 से अधिक सीटें मिलने की संभावना है और कुछ एजेंसियों ने एनडीए के लिए 400 से अधिक सीटें भी बताई हैं, जिसमें नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे।
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के रिसर्च हेड संतोष मीणा ने कहा कि चुनाव नतीजों के अलावा बाजार के लिए एक अन्य अहम घटनाक्रम भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक है। MPC की बैठक के नतीजे सात जून को आएंगे। अधिकांश एक्सपर्ट्स को उम्मीद है कि पॉलिसी रेट्स में कोई बदलाव नहीं होगा और मुख्य रूप से RBI गवर्नर की टिप्पणी पर फोकस होगा।
बार्कलेज की रीजनल इकोनॉमिस्ट श्रेया सोधानी ने कहा, “वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में जीडीपी का आंकड़ा 7.8 फीसदी (अनुमान 7 फीसदी के मुकाबले) रहा, जो बताता है कि विकास दर आरबीआई की उम्मीद से अधिक तेजी से बढ़ रही है, जिसका मतलब है कि केंद्रीय बैंक को दरों में कटौती करने की कोई जल्दी नहीं होनी चाहिए, जबकि एमपीसी हेडलाइन मुद्रास्फीति पर राहत का इंतजार कर रही है। हमारे विचार से एमपीसी 7 जून को अपनी बैठक में पॉलिसी मिक्स को में बदलाव नहीं करने के लिए 5-1 से मतदान करेगी।”
डोमेस्टिक इकोनॉमिक डेटा
इस हफ्ते मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज पीएमआई के मई के आंकड़े भी आने हैं। मई महीने के लिए HSBC मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज पीएमआई आंकड़े 3 जून और 5 जून को जारी किए जाएंगे। अधिकांश एक्सपर्ट्स को उम्मीद है कि दोनों आंकड़े अप्रैल में दर्ज किए गए 58.8 और 60.8 की पिछली संख्या से अधिक होंगे। इसके अलावा, 31 मई को समाप्त हफ्ते के लिए फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व भी आने वाले हफ्ते में 7 जून को जारी किया जाएगा।
ग्लोबल इकोनॉमिक डेटा
ग्लोबल लेवल पर अगले हफ्ते बाजार का मेन उोरल बेरोजगारी दर, गैर-फार्म-पेरोल, JOLTs की नौकरियों के खुलने और छोड़ने और संयुक्त राज्य अमेरिका से नौकरियों में कटौती पर रहेगा। ये डेटा बिंदु विशेष रूप से अगले हफ्ते 12 जून को तय FOMC बैठक से पहले अहम हैं। इसके अलावा, अमेरिका, चीन, जापान और यूरो एरिया सहित कई देशों द्वारा मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज PMI आंकड़े, जो 3 जून और 5 जून को आने वाले हैं, पर भी नज़र रखी जाएगी।
फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स की एक्टिविटी भी आगे देखने के लिए एक अहम फैक्टर होगी। अधिकांश एक्सपर्ट्स को उम्मीद है कि पिछले कुछ महीनों में उनके अहम आउटफ्लो के बाद FII वापस आएंगे। भारत में संभावित राजनीतिक स्थिरता, मजबूत आर्थिक विकास और मैनेजेबल इन्फ्लेशन का हवाला देते हुए खरीदारी हो सकती है। FII ने मई में कैश सेगमेंट में 42,214 करोड़ रुपये की शुद्ध बिक्री की है, जो जून 2022 के बाद से सबसे अधिक मासिक बिक्री है, जिसका कारण चीनी शेयरों में उनकी खरीद और यूएस बॉन्ड यील्ड (4.5 प्रतिशत पर कारोबार) में उछाल है।
हालांकि, डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स ने उसी महीने 55,733 करोड़ रुपये के शेयर खरीदकर FII के आउटफ्लो की पूरी भरपाई की, जो वास्तव में बाजार के लिए एक प्रमुख सपोर्टिंग फैक्टर के रूप में काम कर रहा है। विजयकुमार ने कहा कि अगर चुनाव परिणाम राजनीतिक स्थिरता सुनिश्चित करते हैं, तो ऐसी स्थिति में FPI के भी खरीदार बनने की संभावना है।
प्राइमरी मार्केट में निवेशकों को आने वाले हफ्ते में तीन नए पब्लिक इश्यू देखने को मिलेंगे। मेनबोर्ड सेगमेंट से 130 करोड़ रुपये का क्रोनॉक्स लैब साइंसेज आईपीओ 3 जून को खुलेगा। अन्य दो आईपीओ मैजेंटा लाइफकेयर और सैट्रिक्स इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी एसएमई सेगमेंट से होंगे। ये दोनों 5 जून को खुलेंगे। SME सेगमेंट में आगे एमट्रॉन इलेक्ट्रॉनिक्स और एसोसिएटेड कोटर्स 3 जून को अपने आईपीओ बंद करेंगे, और टीबीआई कॉर्न आईपीओ का क्लोजिंग 4 जून को होगा।
लिस्टिंग की बात करें तो विलास ट्रांसकोर 3 जून को शुरूआत करेगा, जबकि बीकन ट्रस्टीशिप और जेडटेक इंडिया आईपीओ के शेयरों में ट्रेडिंग 4 जून से शुरू होगी। इसके अलावा, एसोसिएटेड कोटर्स और एमट्रॉन इलेक्ट्रॉनिक्स 6 जून को और टीबीआई कॉर्न 7 जून को अपने शेयर लिस्ट करेंगे।
कॉर्पोरेट एक्शन
आने वाले सप्ताह में होने वाली प्रमुख कॉर्पोरेट एक्शन इस प्रकार हैं
(डिस्क्लेमर: stock market news पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को stock market news की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।)