Closing Bell Today: भारतीय शेयर बाजार में गुरुवार को भी गिरावट का सिलसिला जारी रहा और बेंचमार्क इंडेक्स बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) लगातार पांचवें ट्रेडिंग सेशन में गिरकर बंद हुआ।
वैश्विक बाजारों में गिरावट के बीच लोक सभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के नतीजों से पहले निवेशकों की बिकवाली के चलते बाजार गिरकर बंद हुआ।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स आज (BSE Sensex today) पिछले बंद भाव के मुकाबले गिरावट में खुला और इंट्रा-डे ट्रेड के दौरान 73,668.73 अंक तक लुढ़क गया। अंत में सेंसेक्स 0.83 प्रतिशत या 617.30 अंक की गिरावट लेकर 73,885.60 के लेवल पर बंद हुआ।
इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ़्टी-50 (Nifty) भी 0.95 प्रतिशत या 216.05 अंक की गिरावट के साथ 22,488.65 पर बंद हुआ।
Top Losers
सेंसेक्स की कंपनियों में सबसे ज्यादा गिरावट टाटा स्टील के शेयर (Tata Steel Share) में रही जो 5.84 प्रतिशत गिरकर बंद हुआ। साथ ही टाइटन, टेक महिंद्रा, विप्रो, बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, पावर ग्रिड, रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईटीसी और मारुति समेत 23 कंपनियों के शेयर हरे निशान में बंद हुए।
Top Gainers
दूसरी तरफ, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया, एलएंडटी, कोटक महिंद्रा और भारती एयरटेल के शेयर हरे निशान में रहे।
शेयर बाजार में आज गिरावट की वजह ?
1. एनएसई (NSE) के आंकड़ों के अनुसार, रिटेल और हाई नेट वर्थ वाले निवेशकों ने मई के मध्य से 28 मई तक भारतीय सूचकांक फ्यूचर में अपनी लॉन्ग पोजीशन को कम किया है।
2. इसके अलावा, वैश्विक ब्याज दरों के लंबे समय तक बने की रहने की संभावनाओं की वजह से वैश्विक बाजारों में गिरावट का भी देसी शेयर बाजार पर असर पड़ा।
3. इसके अतिरिक्त, बाजार में फिलहाल मुनाफावसूली भी देखी जा रही है। निवेशक लोक सभा चुनाव के नतीजों से पहले बाजार में हालिया उथल-पुथल से खुद को बचाने के लिए भी सतर्क रुख अपना रहे हैं। भारत के आम चुनाव के नतीजे 4 जून को जारी होंगे।
एक्सपर्ट्स की क्या राय ?
बोनांजा पोर्टफोलियो के रिसर्च एनालिस्ट वैभव विदवानी ने कहा, “लोक सभा चुनाव के नतीजे जारी होने से पहले विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) और व्यक्तिगत ट्रेडर्स इंडेक्स फ्यूचर्स पर नेट लॉन्ग निवेशक बने हुए हैं। यह दर्शाता है कि इस बात की पूरी संभावना है कि देश में एनडीए की सरकार बनेगी।”
उन्होंने कहा, ”इसके अलावा बाजार में फिलहाल मुनाफावसूली भी देखी जा रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि निवेशक इस अस्थिर बाजार में किसी भी अप्रत्याशित नुकसान से खुद को बचाना चाहते हैं।”