मार्केट में उतारचढ़ाव रहेगा। लोकसभा चुनावों के उम्मीद के उलट रहने पर ही मार्केट में बाजार में बड़ी गिरावट आएगी। विदेशी संस्थागत निवेशकों ने ज्यादा वैल्यूएशन की वजह से पिछले कुछ समय से मार्केट से दूरी बनाई है। फ्यूचर्स पॉजिशंस विदेशी निवेशकों के इंडेक्स पर शॉर्ट करने का संकेत दे रहे हैं। एक फंड मैनेजर ने बताया कि शॉर्ट कवरिंग की वजह से कुछ समय के लिए निफ्टी में 200-400 की तेजी आ सकती है। लेकिन, बड़ी तेजी तब तक नहीं आएगी जब तक विदेशी संस्थागत निवेशक इंडिया की ग्रोथ स्टोरी को लेकर आश्वस्त नहीं हो जाते।
फंड मैनेजर ने कहा कि विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) जब यह समझ जाएंगे कि उनके पास इंडिया में निवेश करने के अलावा दूसरा विकल्प नहीं है तब बाजार में जो तेजी आएगी वह टिकेगी।
इंडिया की सबसे बड़ी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी के चौथी तिमाही के नतीजे मिलेजुले रहे। वैल्यू ऑफ न्यू बिजनेस (VNB) ने निराश किया। बुल्स का कहना है कि LIC के पास एजेंट्स का स्ट्रॉन्ग नेटवर्क है। यह ब्रांड काफी मजबूत है। नॉन-पार एनअलाइज्ड प्रीमियम इक्विलेंट्स साल दर साल आधार पर दोगुना हो गया है। अब इंडिविजुअल एपीई में इसकी 18 फीसदी हिस्सेदारी हो गई है। कंपनी ने 15 फीसदी का गाइडेंस दिया था। बेयर्स की दलील है कि प्राइवेट लाइफ इंश्योरेंस कंपनियां एलआईसी के मार्केट शेयर में सेंध लगा रही हैं। कंपनी को अपने वीएनबी में लगातार इम्प्रूवमेंट लाना होगा।
कैंपस एक्टिववेयर का नेट प्रॉफिट मार्च तिमाही में साल दर साल आधार पर 42.6 फीसदी बढ़कर 32.7 करोड़ रुपये पहुंच गया। मैनेजमेंट ने कहा है कि नए लॉन्चेज और ब्रांड पर ज्याद खर्च के साथ ट्रांजिशन फेज करीब पूरा हो चुका है। उधर, बेयर्स की दलील है कि ट्रेंड महंगे प्रोडक्ट्स का है, लेकिन कंपनी का फोकस अब भी वैल्यू प्रोडक्ट्स पर है। उत्तर भारत में प्रतिस्पर्धा बढ़ी है। बीते एक साल में Campus Activewear का स्टॉक 19 फीसदी गिर चुका है।
मार्च तिमाही में कंपनी के नतीजे कमजोर रहे। सीएनबीसी-टीवी18 की रिपोर्ट के मुताबिक, प्राइवेट इक्विटी फर्म TPG Asia VII SF आरआर केबल में अपनी पूरी 5 फीसदी हिस्सेदारी बेच सकती है। मैनेजमेंट ने आने वाले सालों में वायर्स एंड केबल्स बिजनेस की वॉल्यूम ग्रोत 20 फीसदी रहने की उम्मीद जताई है। एक ब्रोकरेज फर्म के एनालिस्ट्स ने RR Kabel के स्टॉक के अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद जताई है। इसकी वजह यह है कि कंपनी की प्रोडक्ट रेंज काफी डायवर्स है। साथ ही इसके लिए क्षमता में विस्तार करना आसान है। बेयर्स की दलील है कि आरआर केबल का प्रॉफिट मार्जिन इस सेक्टर की दूसरी कंपनियों के मुकाबले कम है। ब्रोकरेज फर्म सिटी ने इस बारे में मार्च में अपनी रिपोर्ट में बताया था।