टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा स्टील ने आज 29 मई को FY24 की चौथी तिमाही के नतीजों की घोषणा कर दी है। जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 64 फीसदी घट गया है। कंपनी ने इस अवधि में 611.48 करोड़ का मुनाफा दर्ज किया है। कंपनी ने एक साल पहले इसी तिमाही में 1704.86 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट कमाया था। कोकिंग कोल की बढ़ती लागत और स्टील की कीमतों में गिरावट के कारण कंपनी का मुनाफा घटा है। टाटा स्टील के शेयरों में आज 0.37 फीसदी की मामूली गिरावट देखी गई। यह स्टॉक BSE पर 174.20 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। कंपनी ने मार्केट क्लोज होने के बाद नतीजे जारी किए हैं। कंपनी का मार्केट कैप 2.17 लाख करोड़ रुपये है।
कैसे रहे Tata Steel के नतीजे
जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान टाटा ग्रुप की कंपनी Tata Steel का कंसोलिडेटेड रेवेन्यू 6.7 फीसदी घटकर 58687.3 करोड़ रुपये रह गया, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 62961.5 करोड़ रुपये था। कंपनी ने 29 मई को एक रेगुलेटरी फाइलिंग में यह जानकारी दी।
कंपनी के नतीजे अनुमान से कमजोर रहे। मनीकंट्रोल के सर्वे में नौ एनालिस्ट्स ने अनुमान लगाया था कि चौथी तिमाही का नेट प्रॉफिट पिछले वर्ष की तुलना में 50 फीसदी घटकर 874 करोड़ रुपये रह जायेगा। इसके अलावा, रेवेन्यू पिछले वर्ष की तुलना में 7 फीसदी घटकर 58,489.60 करोड़ रुपये होने का अनुमान था।
टाटा स्टील का कंसोलिडेटेड रेवेन्यू पिछली दिसंबर तिमाही के 55,311.88 करोड़ रुपये से 6 फीसदी बढ़ गया है। वहीं, नेट प्रॉफिट पिछली तिमाही से 19 फीसदी बढ़ा है। एनालिस्ट्स को उम्मीद थी कि तिमाही आधार पर रेवेन्यू 5.7 फीसदी बढ़ेगा और चौथी तिमाही में नेट प्रॉफिट 3.2 प्रतिशत बढ़ेगा।
Tata Steel के बोर्ड ने लिए ये फैसले
टाटा स्टील के बोर्ड ने प्राइवेट प्लेसमेंट के आधार पर NCD (नॉन-कनवर्टिबल डिबेंचर) के रूप में 3000 करोड़ रुपये तक की अतिरिक्त डेट सिक्योरिटीज को एक या अधिक किस्तों में जारी करने को मंजूरी दे दी है। इस बीच, कंपनी ने कर्ज चुकाने और टाटा स्टील यूके में रिस्ट्रक्चरिंग कॉस्ट को सपोर्ट करने के लिए पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी कंपनी टी स्टील होल्डिंग्स (TSHP) सिंगापुर में $2.11 अरब (17,407.50 करोड़ रुपये) तक के फंड डालने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। बोर्ड ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान TSHP में $565 मिलियन (लगभग ₹4,661.25 करोड़) मूल्य के डेट इंस्ट्रूमेंट को इक्विटी शेयरों में बदलने की योजना को भी मंजूरी दे दी है।