दुनिया भर में प्रदूषण कम करने और स्वच्छ ऊर्जा की तरफ बढ़ने की कोशिशें जारी हैं। इसी कड़ी में एक बड़ी खबर सामने आई है। भारत की प्रमुख गैस कंपनी गेल (इंडिया) लिमिटेड ने मध्य प्रदेश के विजयपुर में नेशनल ग्रीन हाइड्रोजन मिशन के तहत अपना पहला 10 मेगावाट का ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट स्थापित किया है। कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में यह जानकारी दी।
हाइड्रोजन
इस ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट में इलेक्ट्रोलाइजर यूनिट्स की मदद से पानी के इलेक्ट्रोलिसिस द्वारा 4.3 टन रोजाना हाइड्रोजन बनाने की क्षमता है और इसके लिए रिन्यूएबल पावर का उपयोग किया जाएगा। कंपनी के अनुसार, इस प्लांट से बनने वाले हाइड्रोजन की शुद्धता 99.99% होगी और इसे 30 किलोग्राम प्रति वर्ग सेंटीमीटर के दबाव में प्रोड्यूस किया जाएगा।
विजयपुर प्लांट
शुरुआती स्टेज में, इस यूनिट से बनने वाले हाइड्रोजन को विजयपुर प्लांट में चल रही अलग-अलग प्रक्रियाओं और उपकरणों में कैप्टिव उद्देश्यों के लिए नेचुरल गैस के साथ ईंधन के रूप में उपयोग किया जाएगा। इसके बाद, हाई प्रेशर कैस्केड के माध्यम से आसपास के क्षेत्रों में खुदरा ग्राहकों को हाइड्रोजन पहुंचाने की योजना है। ग्रीन हाइड्रोजन प्रोडक्शन में इस्तेमाल होने वाले इलेक्ट्रोलाइजर के लिए ग्रीन पावर की आवश्यकता को पूरा करने के लिए गेल विजयपुर में 20 मेगावाट का सोलर पावर प्लांट भी स्थापित कर रहा है। कंपनी ओपन एक्सेस के माध्यम से भी रिन्यूएबल पावर प्राप्त करने का टारगेट रखा है।
मार्च तिमाही के लिए, गेल ने अपने रेवेन्यू में 5.6% की गिरावट दर्ज की, जो 32,317 करोड़ रुपये रहा, जबकि गैस मार्केटिंग सेगमेंट में कम रेवेन्यू और कमजोर प्रदर्शन के कारण नेट प्रॉफिट में 23% से अधिक की गिरावट आई। मार्च तिमाही के अंत में, सरकार की गेल में 51.9% की हिस्सेदारी थी। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन की कंपनी में 2.5% हिस्सेदारी है, जबकि ओएनजीसी की 5% हिस्सेदारी है।
शेयर प्राइज
लगभग 11.97 लाख शरहोल्डर्स (जिनकी शेयर कैपिटल 2 लाख रुपये तक है) उनकी गेल में हिस्सेदारी है। शुक्रवार को गेल के शेयर लगभग 2% बढ़कर 204.2 रुपये पर बंद हुए। यह शेयर 2024 में अब तक 23% चढ़ा है और पिछले 12 महीनों में 92% बढ़ा है।