एग्रोकेमिकल्स कंपनी सेफेक्स केमिकल्स (इंडिया) ने अपने पब्लिक इश्यू के लिए कैपिटल मार्केट रेगुलेटर SEBI के पास ड्राफ्ट पेपर जमा कर दिए हैं। अभी प्रमोटर्स के पास कंपनी में 54.3 प्रतिशत हिस्सेदारी है। वहीं प्राइवेट इक्विटी फर्म क्रिसकैपिटल के पास अपनी एंटिटीज- सार्कोलिन, एंकर पार्टनर्स और सेज इनवेस्टमेंट ट्रस्ट के जरिए 44.80 प्रतिशत शेयरहोल्डिंग है।
IPO में 450 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे। साथ ही मौजूदा शेयरहोल्डर्स की ओर से 3.57 करोड़ शेयरों का ऑफर फॉर सेल (OFS) रहेगा। OFS में कंपनी के प्रमोटर्स के साथ-साथ ये एंटिटीज भी शेयर बेचेंगी। IPO से पहले सेफेक्स केमिकल्स 90 करोड़ रुपये तक जुटा सकती है। अगर ऐसा हुआ तो पब्लिक इश्यू में नए शेयरों के इश्यू का साइज कम हो जाएगा।
कितनी पुरानी है कंपनी
दिल्ली की इस कंपनी की शुरुआत 1991 में हुई थी। यह 3 बिजनेस वर्टिकल्स- ब्रांडेड फॉर्म्यूलेशन, स्पेशिएलिटी केमिकल्स, और कॉन्ट्रैक्ट डेवलपमेंट एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑर्गेनाइजेशंस (CDMO) में ऑपरेट करती है। कंपनी के लिस्टेड कॉम्पिटीटर्स में बेयर क्रॉप साइंस, सुमितोमो केमिकल, रैलिस इंडिया, धानुका एग्रीटेक, नवीन फ्लोरीन इंटरनेशनल, विनती ऑर्गेनिक्स, PI Industries और अनुपम रसायन शामिल हैं।
IPO के पैसों का कैसे होगा इस्तेमाल
कंपनी अपने IPO में नए शेयरों को जारी कर हासिल होने वाले पैसों में से 365.6 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर्ज चुकाने के लिए करेगी। बाकी पैसे सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए खर्च किए जाएंगे। अप्रैल 2025 तक सेफेक्स केमिकल्स और इसकी सब्सिडियरीज पर कुल 889 करोड़ रुपये की उधारी थी।
सेफेक्स केमिकल्स ने वित्त वर्ष 2024-25 में 14.3 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया। एक साल पहले घाटा 22.8 करोड़ रुपये था। रेवेन्यू 12.8 प्रतिशत बढ़कर 1,584.8 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2024 में 1,404.6 करोड़ रुपये था। कंपनी के IPO के लिए एक्सिस कैपिटल, JM फाइनेंशियल और SBI कैपिटल मार्केट्स मर्चेंट बैंकर हैं।
