DOMS Industries Q4 Results: पेन, पेंसिल बनाने वाली कंपनी डोम्स इंडस्ट्रीज ने अपने तिमाही नतीजे जारी कर दिए हैं. एक्सचेंज फाइलिंग के मुताबिक, वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में स्टेशनरी कंपनी ने 46.93 करोड़ रुपये का मुनाफा किया है. नतीजे के साथ कंपनी ने निवेशकों को डिविडेंड का तोहफा दिया है. देश के ब्रांडेड स्टेशनरी और आर्ट प्रोडक्ट मार्केट की यह दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है.
DOMS Industries Q4 Results
स्टॉक एक्सचेंज BSE की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, FY24 की मार्च तिमाही में स्टेशनरी कंपनी का मुनाफा 29.6 फीसदी बढ़ा. एक साल पहले समान तिमाही में मुनाफा 36.21 करोड़ रुपये था. इस दौरान कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू 20 फीसदी बढ़कर 403.74 करोड़ रुपये हो गया. एक साल पहले समान तिमाही में रेवेन्यू 336.48 करोड़ रुपये था. मार्च तिमाही में EBITDA यानी कामकाजी मुनाफा 61.93 करोड़ रुपये से बढ़कर 75.93 करोड़ रुपये हो गया. EBITDA में 22.6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. चौथी तिमाही में EBIDTA 40 बेसिस प्वाइंट्स बढ़कर 18.8% हो गई. Q4’FY23 में मार्जिन 18.4% थी.
DOMS Industries Dividend Details
DOMS ने निवेशकों के लिए डिविडेंड का ऐलान किया है. बोर्ड ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 10 रुपये फेस वैल्यू पर 2.50 रुपये प्रति शेयर फाइनल डिविडेंड की सिफारिश की है.
DOMS Industries Share Price History
स्टेशनरी कंपनी का शेयर 20 दिसंबर 2023 को लिस्ट हुआ है. OMS Industries का शेयर BSE और NSE पर 77.22 फीसदी के प्रीमियम 1400 रुपए पर लिस्ट हुआ था. जबकि इश्यू 790 रुपए था. साल 2024 में शेयर 41 फीसदी से ज्यादा बढ़ा है. 24 मई 2024 को शेयर 0.72 फीसदी बढ़कर 1802.95 के स्तर पर बंद हुआ.
ओरिजनल प्रोमोटर्स ने RR इंडस्ट्रीज नाम से पार्टनरशिप फर्म के साथ शुरुआत की थी. साल 2006 में ‘Writefine Products Private Ltd’ की शुरुआत हुई. Writefine ने 2015 में RR इंडस्ट्रीज को खरीद लिया. आगे साल 2017 में कंपनी का नाम बदलकर DOMS इंडस्ट्रीज किया गया. कंपनी में FILA की 51% हिस्सेदारी है. कंपनी का मुख्य रूप से स्टेशनरी और आर्ट प्रोडक्ट डिजाइन, डेवलप और मैन्युफैक्चर का कारोबार करती है.
घरेलू बाजार में प्रोडक्ट्स फ्लैगशिप ब्रांड ‘DOMS’ के तहत बिकते हैं. कंपनी के प्रोडक्ट्स 45 से ज्यादा देशों को एक्सपोर्ट होता है. बता दें कि देश के ब्रांडेड स्टेशनरी और आर्ट प्रोडक्ट मार्केट की यह दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है.