Suzlon Energy Q4 earnings: एनर्जी सेक्टर से जुड़ी कंपनी- सुजलॉन का वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में प्रॉफिट करीब 21 प्रतिशत घटकर 254 करोड़ रुपये रहा। कंपनी का वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी (जनवरी-मार्च) तिमाही में प्रॉफिट 320 करोड़ रुपये था। सुजलॉन ने बताया कि तिमाही में कुल आय बढ़कर 2,207.43 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 1,699.96 करोड़ रुपये थी। पूरे वित्त वर्ष 2023-24 में प्रॉफिट घटकर 660 करोड़ रुपये रहा। यह वित्त वर्ष 2022-23 में 2,887 करोड़ रुपये था। कुल आय बढ़कर 6,567.51 करोड़ रुपये हो गई जो 2022-23 में 5,990.16 करोड़ रुपये थी।
सुजलॉन समूह के वाइस चेयरमैन गिरीश तांती ने कहा कि हम पिछले वित्त वर्ष में टेक्नोलॉजी, मैन्युफैक्चरिंग, प्रोजेक्ट्स और ओएमएस के सभी कॉमर्शियल एरिया में एक ठोस आधार बनाने में कामयाब रहे हैं।
शेयर हुआ क्रैश
सुजलॉन के शेयर की बात करें तो इसमें शुक्रवार को 5% का लोअर सर्किट लग गया। यह शेयर कारोबार के दौरान 45.84 रुपये के निचले स्तर तक आया। कारोबार के अंत में इस शेयर की कीमत 45.89 रुपये थी। शेयर ने मई 2023 में 9.46 रुपये के 52 वीक लो को टच किया। 2 फरवरी 2024 में शेयर 50.72 रुपये के 52 वीक हाई पर पहुंच गया।
बाजार ने रचा इतिहास
सुजलॉन के शेयर में यह गिरावट तब आई है जब शेयर बाजार तेजी के रथ पर सवार है। शुक्रवार को बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स 7.65 अंक यानी 0.01 प्रतिशत गिरकर 75,410.39 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 218.46 अंक यानी 0.28 प्रतिशत बढ़कर 75,636.50 के अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर भी पहुंच गया था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मानक सूचकांक निफ्टी भी शुरुआती कारोबार में पहली बार 23,000 अंक के स्तर को पार कर गया। कारोबार के दौरान निफ्टी 58.75 अंक यानी 0.25 प्रतिशत चढ़कर 23,026.40 के अपने उच्चतम शिखर पर पहुंच गया। लेकिन बाद में बिकवाली के दबाव में यह 10.55 अंक यानी 0.05 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 22,957.10 अंक पर बंद हुआ।