इस साल गर्मियों में जहां उत्तर और पूर्वी भारत में भीषण गर्मी पड़ी, वहीं देश के कई हिस्सों में समय-समय पर हुई बारिश और बदलते मौसम ने एसी कंपनियों की बिक्री को झटका दिया है. सामान्यतः अप्रैल और मई महीनों को एसी बिक्री का पीक सीजन माना जाता है, लेकिन इस बार इन महीनों में मौसम ने साथ नहीं दिया.
बड़ी उम्मीदों के साथ की गई थी तैयारी
RAC यानी रूम एयर-कंडीशनर बनाने वाली कंपनियों ने इस बार फरवरी और मार्च में मजबूत मांग देखी थी. गर्मी जल्दी शुरू हो गई थी, जिससे कंपनियों ने बिक्री में लगभग 25-30% की वृद्धि की उम्मीद के साथ बड़े स्तर पर स्टॉक तैयार किया था. लेकिन अप्रैल और मई में हुई बेमौसम बारिश और ठंडी हवाओं ने यह उम्मीदें तोड़ दीं. ब्लू स्टार के प्रबंध निदेशक बी. त्यागराजन ने कहा कि हम सभी ने इस बार बड़ी उम्मीदों के साथ योजना बनाई थी, लेकिन यह गर्मी उम्मीद के मुताबिक नहीं रही. यह बाज़ार का हिस्सा है और हमें इससे सीख लेकर आगे बढ़ना होगा. अब उद्योग के लिए पूरा साल 10-15% की मामूली वृद्धि के साथ बंद होने की संभावना जताई जा रही है.
जून में फिर से दिख रही थोड़ी रफ्तार
हालांकि, जून के पहले दो हफ्तों में उत्तर भारत के तापमान में तेज बढ़ोतरी ने फिर से बिक्री में रफ्तार दी है. वोल्टास के सीईओ प्रदीप बख्शी का मानना है कि हाल ही के दिनों में जोषण की वापसी के चलते बिक्री में थोड़ा उछाल देखा गया है, लेकिन अप्रैल-मई के नुकसान की भरपाई अब मुश्किल है. उन्होंने यह भी कहा कि पहली तिमाही में पिछले साल के आंकड़ों को छूना भी अपने आप में चुनौती बन गया है. पूरे साल की रिकवरी अब बाकी महीनों पर निर्भर करेगी.
हायर ने भी घटाया सालाना ग्रोथ अनुमान
हायर इंडिया के अध्यक्ष एन.एस. सतीश ने भी माना कि अप्रैल और मई के कमजोर प्रदर्शन ने असर डाला है. उन्होंने बताया कि सालाना ग्रोथ जहां 30% अनुमानित थी, वहीं अप्रैल-मई में 10-15% की गिरावट देखी गई. जून में जरूर बिक्री में कुछ सुधार दिखा है. RAC क्षेत्र में भारत अब दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते बाजारों में से एक बन चुका है. देश में लगभग 1.5 करोड़ यूनिट का बाजार है और इसमें 12 से अधिक कंपनियां प्रतिस्पर्धा कर रही हैं. टाटा समूह की कंपनी वोल्टास ने हाल ही में बताया कि उसने साल 2024 में 25 लाख से अधिक एसी और 5 लाख से अधिक एयर कूलर बेचे हैं.
