बिजली उत्पादन कंपनी टाटा पावर, क्लीन एनर्जी प्रोजेक्ट्स के लिए 1 अरब डॉलर के बराबर राशि जुटाने की योजना बना रही है। यह इस साल देश का सबसे बड़ा लोकल करेंसी लोन हो सकता है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, टाटा समूह की इकाई, टाटा पावर लोन के लिए भारतीय स्टेट बैंक, इंडसइंड बैंक, एक्सिस बैंक और आईसीआईसीआई बैंक सहित कई ऋणदाताओं के साथ बातचीत कर रही है।
इस वर्ष के लिए भारत का सबसे बड़ा लोकल करेंसी लोन फरवरी में असम बायो रिफाइनरी प्राइवेट का 36.5 करोड़ डॉलर का सौदा था। यदि टाटा पावर की योजनाबद्ध उधार राशि 1 अरब डॉलर के करीब आकार में अंतिम रूप लेती है, तो फिर यह सबसे बड़ा लोकल करेंसी लोन होगा।
लोन के पैसों का कहां करेगी इस्तेमाल
रिपोर्ट के मुताबिक, मामले की जानकारी रखने वालों का कहना है कि लोन की आय का इस्तेमाल पंप्ड हाइड्रो स्टोरेज के रूप में जानी जाने वाले कुछ क्लीन एनर्जी प्रोजेक्ट्स को विकसित करने के लिए अगस्त में घोषित कंपनी के 1.6 अरब डॉलर के निवेश को फंड करने के लिए किया जाएगा। भारत का लक्ष्य दशक के अंत तक अपनी ग्रीन एनर्जी क्षमता को लगभग तीन गुना करना है और टाटा पावर, अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड और रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड सहित कंपनियां ऐसे प्रयासों में तेजी ला रही हैं। टाटा पावर 2027 तक अपनी रिन्यूएबल उत्पादन क्षमता में लगभग चार गुना वृद्धि का लक्ष्य रख रही है।
द्विपक्षीय ऋण या क्लब की फॉर्म में हो सकता है सौदा
टाटा पावर का यह सौदा द्विपक्षीय ऋण या क्लब सुविधा हो सकता है। कंपनी के अगले तीन से छह महीनों में ऋणदाताओं के साथ क्रेडिट लाइन्स को अंतिम रूप देने की उम्मीद है, जिसके बाद प्रोजेक्ट के विकास के आधार पर किस्तों में भुगतान किया जाएगा। सोर्सेज के मुताबिक, ऋण की कीमत भारतीय रिजर्व बैंक की रेपो रेट या ट्रेजरी बिल जैसे स्थानीय मानकों पर तय की जा सकती है। चूंकि बातचीत जारी है, इसलिए सौदे की डिटेल्स बदल सकती हैं।