Defence Stocks: डिफेंस सेक्टर से जुड़े शेयरों में रिटेल निवेशकों का उत्साह लगातार बना हुआ है, लेकिन बड़े संस्थागत निवेशक इस सेक्टर में फिलहाल दूरी बनाए हुए हैं। इसके पीछे वह ऊंचे वैल्यूएशन और एग्जिक्यूशन से जुड़े जोखिमों का हवाला दे रहे हैं। कोटक सिक्योरिटीज के CEO और इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के को-हेड, प्रतीक गुप्ता ने बताया कि डिफेंस सेक्टर में लॉन्ग-टर्म के लिहाज से जबरदस्त संभावनाएं हैं, लेकिन मौजूदा भाव पर अधिकतर ग्रोथ संभावनाएं पहले से ही शेयरों में शामिल हो चुकी है।
प्रतीक गुप्ता ने कहा, “संस्थागत निवेशक इस सेगमेंट पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं, लेकिन सहीं कहूं तो वे इन वैल्यूएशंस पर ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखा रहे।” उन्होंने डिफेंस शेयरों में आई हालिया तेजी का कारण रिटेल और हाई नेट-वर्थ निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी को बताया, न कि बड़े निवेशकों की खरीदारी को।
गुप्ता ने कहा कि डिफेंस सेक्टर के लिए लॉन्ग-टर्म संभावनाएं बरकरार हैं, लेकिन कंपनियों को अपनी मैन्युफैक्चरिंग क्षमताओं को बढ़ाने के लिए काफी निवेश करने की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा, “इन कंपनियों को बहुत सारे महत्वपूर्ण निवेश करने होंगे। सिर्फ कैपिटल एक्सपेंडिचर ही नहीं, बल्कि R&D, टेक्नोलॉजी, ह्यूमन रिसोर्स और ग्लोबल टाई-अप्स में भी भारी निवेश करना होगा।” इसके अलावा गवर्नमेंट कॉन्ट्रैक्ट्स के लिए जरूरी क्वालिफिकेशन और लंबा वर्किंग कैपिटल साइकिल भी इस सेक्टर में संस्थागत निवेशकों के लिए जोखिम बढ़ाते हैं।
ब्रॉडर मार्केट आउटलुक पर टिप्पणी करते हुए, गुप्ता ने निकट भविष्य में कॉरपोरेट अर्निंग्स में थोड़ी सुस्ती का संकेत दिया। उन्होंने कहा, “निफ्टी के लिए हम मौजूदा वित्त वर्ष 2026 में सिर्फ 12% की अर्निंग ग्रोथ और वित्त वर्ष 2027 के लिए 14-15% का अनुमान लगा रहे हैं।” उन्होंने बताया कि यह वित्त वर्ष 2025 की तुलना में बेहतर है लेकिन मौजूदा 22 गुना फॉरवर्ड PE मल्टीपल के हिसाब से बहुत आकर्षक नहीं है।
हालांकि, उन्होंने भारत की ओवरऑल आर्थिक स्थिति को मजबूत बताया और कहा कि फाइनेंशियल्स, टेलीकॉम, लॉजिस्टिक्स और होटल्स जैसे घरेलू सेक्टर्स में निवेश के मौके बने रहेंगे। गुप्ता ने सलाह दी कि डिफेंस सेक्टर जैसे ओवरबॉट सेगमेंट में जल्दबाजी करने के बजाय बेहतर वैल्यूएशन का इंतजार करना समझदारी होगी। उन्होंने कहा “भारत की स्थिति मैक्रो लेवल पर अभी भी मजबूत बनी हुई है, इसलिए घरेलू मार्केट से जुड़े थीम वाले शेयरों पर ही ध्यान देना बेहतर होगा।”
