Market Outlook: एसबीआई म्यूचुअल फंड (SBI Mutual Fund) ने भारतीय इक्विटी बाजार (Indian Stock Market) का आउटलुक ‘न्यूट्रल’ कर दिया है, जो कि 2024 से अंडरवेट था. इसकी वजह वैश्विक अनिश्चितता के बीच भारतीय शेयर बाजार का अच्छा प्रदर्शन करना था. एसबीआई ‘मार्केट आउटलुक’ रिपोर्ट में कहा गया कि अंडरवेट इक्विटी से न्यूट्रल की ओर यह बदलाव एक अच्छे बाजार आउटलुक और निवेशकों के लिए बेहतर लॉन्ग-टर्म एंट्री प्वाइंट्स का प्रतिनिधित्व करता है. हालांकि, हम अभी भी ओवरवेट की सिफारिश करने के लिए तैयार नहीं हैं.
टैरिफ अनिश्चितताओं के बावजूद मई में बाजार बढ़ा
रिपोर्ट में आगे बताया गया कि टैरिफ अनिश्चितताओं के बावजूद मई में भारतीय शेयर बाजारों में तेजी आई. मासिक आधार पर निफ्टी और सेंसेक्स में क्रमशः 1.7% और 1.5% की बढ़ोतरी हुई. वही, फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स (FPI) ने नेट बायर्स का रुख अपनाया, जबकि व्यापक बाजार में कमजोरी रही.
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Q4 सिंगल डिजिट में बढ़ी कॉरपोरेट इनकम
रिपोर्ट में बताया गया कि वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही (Q4FY25) में कॉरपोरेट इनकम सिंगल डिजिट में बढ़ी है और अनुमान के मुताबिक रही है. इससे मई में गिरावट को रोकने में मदद मिली. एसबीआई म्यूचुअल फंड के मुताबिक, जनवरी-मार्च अवधि में मेटल (Metal), हेल्थकेयर, कैपिटल गुड्स, पीएसयू बैंक (PSU Bank) और केमिकल कंपनियों के मुनाफे में अच्छी बढ़त हुई है. निजी बैंक और ऑयल एंड गैस कंपनियों के मुनाफे पर दबाव देखा गया. रिपोर्ट में आगे कहा गया, FY26 में कॉरपोरेट इनकम में लगभग 10.5% की बढ़ोतरी की उम्मीद है.
FY26 में GDP ग्रोथ रेट 6-6.5%
रिपोर्ट में बताया गया, हमारा अनुमान है कि वित्त वर्ष 2026 में भारत की ग्रोथ रेट 6-6.5% पर स्थिर रहेगी. हालांकि, टैरिफ संबंधी समस्याएं फिलहाल टल गई हैं, लेकिन वैश्विक नीति अनिश्चितता भारत की ग्रोथ के लिए जोखिम है. वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में आरबीआई (RBI) की जीडीपी ग्रोथ रेट 7.4% रही है, जो कि तीसरी तिमाही में 6.4% रही है. यह आरबीआई और बाजार के अनुमान क्रमश: 7.2% और 6.8% से अधिक थी.
