Defence stocks: भारत की डिफेंस कंपनियों के शेयरों में पिछले 12 कारोबारी दिनों से जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। इस तेजी के चलते इन कंपनियों की कुल मार्केट वैल्यू (मार्केट कैपिटलाइजेशन) में 1.22 लाख करोड़ रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इस शानदार उछाल में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL), भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL), मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स, कोचीन शिपयार्ड, गार्डन रीच शिपबिल्डर्स, भारत डायनामिक्स, भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (BEML), डेटा पैटर्न्स और जेन टेक्नोलॉजीज जैसी डिफेंस कंपनियों ने मुख्य भूमिका निभाई है।
HAL और BEL ने जोड़ा सबसे ज़्यादा मार्केट कैप
इस तेजी में सबसे अधिक मार्केट कैप जोड़ने वाली कंपनियों में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स सबसे आगे रहीं। वहीं, गार्डन रीच शिपबिल्डर्स ने प्रतिशत के लिहाज से सबसे ज्यादा उछाल दिखाई है।
शेयर का नाम | 25 अप्रैल से अब तक की बढ़त | मार्केट कैप में बढ़ोतरी(₹ करोड़) |
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स | 14% | 38,227 |
भारत इलेक्ट्रॉनिक्स | 16% | 34,173 |
मझगांव डॉक | 16% | 16,824 |
भारत डायनेमिक्स | 25% | 12,921 |
कोचीन शिपयार्ड | 20% | 7,468 |
गार्डन रीच | 35% | 6,543 |
बीईएमएल | 11% | 1,415 |
डेटा पैटर्न | 21% | 2,529 |
जेन टेक्नोलॉजीज | 15% | 1,913 |
ऑपरेशन सिंदूर और PM मोदी के बयान ने बढ़ाया भरोसा
डिफेंस शेयरों में इस तेजी की शुरुआत उस समय हुई जब जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा और “ऑपरेशन सिंदूर” को अंजाम दिया गया। इस ऑपरेशन के दौरान पहले भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में बने 9 आंतकी ठिकानों को नेस्तानाबूत किया। साथ ही भारतीय डिफेंस सिस्टम्स ने कई घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम किया।
इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 मई को राष्ट्र को संबोधित करते हुए भारतीय डिफेंस कंपनियों की सराहना की और कहा कि अब समय आ गया है कि ‘मेड इन इंडिया’ रक्षा उपकरणों की काबिलियत दुनिया को दिखाए जाएं।
डिफेंस एक्सपोर्ट में भी बड़ी छलांग
FY25 में भारत का डिफेंस एक्सपोर्ट पिछले साल के मुकाबले 12 फीसदी बढ़कर 23,622 करोड़ तक पहुंच गया, जो इसके पिछले वित्त वर्ष में 21,083 करोड़ रुपये रहा था। रक्षा मंत्रालय ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए बताया कि भारत का लक्ष्य है कि 2029 तक 80 से अधिक देशों को 50,000 करोड़ रुपये के डिफेंस इक्विपमेंट्स एक्सपोर्ट किए जाएं। यह लक्ष्य 2014 के 686 करोड़ रुपये के आंकड़े से 34 गुना अधिक है।
नतीजों का भी दिखा असर
बुधवार को गार्डन रीच और HAL के तिमाही नतीजों के बाद इन कंपनियों के शेयरों में भी मजबूती देखी गई। कोचीन शिपयार्ड अपने नतीजे गुरुवार को घोषित करेगी, जिससे उसमें भी हलचल की उम्मीद है।
एक्सपर्ट की राय
हमारे सहयोगी CNBC-TV18 से बातचीत में cashthechaos.com के जय बाला ने कहा, “कुछ डिफेंस कंपनियां वाकई में काफी दिलचस्प लग रही हैं। गार्डन रीच शिपबिल्डर्स अच्छी स्थिति में दिख रही है और शायद मझगांव डॉक की तरह प्रदर्शन कर सकती है। पूरे कैपिटल गुड्स सेक्टर में मेरा रुझान पॉजिटिव है, जिसमें कई डिफेंस स्टॉक्स भी आते हैं। HAL इसमें एक अच्छा विकल्प हो सकता है। ABB और Schaeffler भी मुझे पसंद हैं।”
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