Muthoot Finance Q4 Results: गोल्ड लोन का बिजनेस देने वाली कंपनी Muthoot Finance ने चौथी तिमाही में बाजार के अनुमानों को पछाड़ते हुए शानदार मुनाफा दर्ज किया है. वित्त वर्ष 2024-25 की जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 30 प्रतिशत बढ़कर ₹1,477.7 करोड़ रहा, जबकि एक साल पहले की समान तिमाही में यह ₹1,139 करोड़ था. यह प्रदर्शन बाजार अनुमानों से भी बेहतर रहा, जो कि ₹1,491 करोड़ के आसपास था.
गोल्ड की रिकॉर्ड हाई कीमतों का मिला सहारा
सोने की कीमतों में इस दौरान कई बार रिकॉर्ड स्तर पर तेजी आई, जिससे गोल्ड लोन की मांग में जबरदस्त इजाफा देखने को मिला. सोने के ऊंचे दाम के चलते ग्राहक अधिक राशि उधार लेने में सक्षम होते हैं, जिससे गोल्ड लोन फाइनेंसरों की कुल लोन बुक बढ़ती है. यही कारण है कि मुथूट फाइनेंस की लोन डिमांड इस तिमाही में भी मजबूत बनी रही.
चौथी तिमाही में कंपनी की ऑपरेटिंग इनकम ₹5,621.7 करोड़ रही, जो सालाना आधार पर 35 प्रतिशत की छलांग है. पिछली तिमाही की तुलना में भी यह 8.3 प्रतिशत की बढ़त है. वहीं, नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) सालाना 36 प्रतिशत बढ़कर ₹2,904 करोड़ रही, जो ₹2,927 करोड़ के अनुमान के करीब रही. एक साल पहले इसी अवधि में NII ₹2,134 करोड़ थी.
मुथूट फाइनेंस के स्टैंडअलोन लोन एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) में भी शानदार वृद्धि हुई है. तिमाही के अंत तक कंपनी का लोन AUM 43 प्रतिशत बढ़कर ₹1.09 लाख करोड़ पर पहुंच गया, जिसमें मुथूट होमफिन और बेलस्टार माइक्रोफाइनेंस जैसे यूनिट्स को शामिल नहीं किया गया है.
गोल्ड लोन की क्यों बढ़ी है मांग?
विश्लेषकों का मानना है कि जब बैंकों और एनबीएफसी सेक्टर में अनसिक्योर्ड लेंडिंग में जोखिम बढ़ रहा है, तो ग्राहकों का रुझान गोल्ड लोन जैसे सुरक्षित विकल्प की ओर तेजी से बढ़ा है. ऐसे में मुथूट फाइनेंस जैसी कंपनियों को इसका सीधा फायदा मिल रहा है. इसके ठीक उलट, कंपनी की कॉम्पटिटर Manappuram Finance को हाल ही में माइक्रोफाइनेंस कारोबार में तनाव के कारण घाटे का सामना करना पड़ा, जिससे निवेशकों का भरोसा मुथूट जैसे बड़े और सुरक्षित गोल्ड लोन फाइनेंसर पर और मजबूत हुआ है.
