Stock Markets Rally: भारतीय शेयर बाजार में आज 12 मई को तूफानी तेजी देखने को मिली। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 2,376 अंक उछलकर 81,830 के स्तर तक पहुंच गया। वहीं निफ्टी 730 अंक या 3.03% की उड़ान भरकर 24,700 के पार पहुंच गया। यह पिछले 11 महीनों में शेयर बाजार में आई सबसे बड़ी इंट्राडे उछाल है। भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर और अमेरिका-चीन के बीच टैरिफ समझौते के ऐलान से निवेशकों का मनोबल ऊंचा दिखा।शेयर बाजार हर तरफ चौतरफा खरीदारी दिखी। मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स भी 3 फीसदी से अधिक उछल गए।
जानिए शेयर बाजार में आज की इस दमदार तेजी के 5 बड़े कारण-
1. भारत-पाकिस्तान संघर्षविराम
भारतीय शेयर बाजार में आज की तेजी के पीछे सबसे बड़ी वजह भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम का ऐलान रहा। भारत और पाकिस्तान ने शनिवार को जल, थल और वायु में सभी सैन्य कार्रवाइयों को रोकने का समझौता किया। यह समझौते 7 मई को भारत की ओर से शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद हुआ, जिसमें भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया।
मेहता इक्विटीज लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च), प्रशांत तापसे ने बताया, “भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम होने से निवेशकों के सेंटीमेंट को मजबूती मिली है। पुराने आंकड़े भी इस बात की तस्दीक देते हैं कि इस तरह के भू-राजनीतिक तनाव कम होने के बाद शेयर बाजारों में अक्सर पॉजिटिव रिएक्शन देखने को मिलता है।”
2. अमेरिका-चीन के बीच समझौता
अमेरिका और चीन एक दूसरे पर अगले 90 दिनों तक टैरिफ घटाने के लिए तैयार हो गए। अमेरिका ने चीन के सामानों पर लगाए टैरिफ को 145 फीसदी से घटाकर 30 फीसदी करने का फैसला किया है। वहीं चीन भी अमेरिका के सामानों पर लगाए 125 फीसदी को घटाकर 10 फीसदी करने पर राजी हो गए हैं। CNN की एक रिपोर्ट के मुताबिक, नई टैरिफ दरें 14 मई से लागू हो सकती है। इसी के साथ दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच टैरिफ वार थमता नजर आ रहा है, जिससे पूरी दुनिया के शेयर मार्केट ने राहत की सांस ली है। इस टैरिफ वार ने ग्लोबल मार्केट पर पिछले कई महीनों से दबाव बनाया हुआ था।
3. मजबूत ग्लोबल संकेत
ग्लोबल शेयर बाजारों में तेजी से भी आज भारतीय बाजार को सपोर्ट मिला। एशियाई बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कोस्पी, शंघाई का SSE कंपोजिट इंडेक्स और हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स बढ़त पर कारोबार कर रहे थे। वहीं जापान का निक्केई 225 इंडेक्स मामूली गिरावट के साथ कारोबार कर रहा था। अमेरिका-चीन के बीच टैरिफ समझौते के चलते US फ्यूचर्स भी 2% ऊपर कारोबार कर रहे थे, जिससे ग्लोबल मार्केट के सेंटीमेंट को मजबूती मिली।
4. आईटी शेयरों में उछाल
अमेरिका-चीन व्यापार समझौते के ऐलान से आईटी शेयरों में आज जोरदार तेजी देखी गई। निफ्टी आईटी इंडेक्स कारोबार के दौरान 6 फीसदी तक उछल गया। ऑरेकल फाइनेंशियल सर्विसेज सॉफ्टवेयर, पर्सिस्टेंट सिस्टम्स, कोफोर्ज, एमफैसिस और इंफोसिस में इंट्राडे में 8 प्रतिशत तक की तेजी आई। निवेशकों को उम्मीद है कि अमेरिका-चीन व्यापार समझौते से टेक सेक्टर को फायदा मिलेगा।
5. इंडिया VIX में गिरावट
शेयर बाजार में मौजूद घबराहट का संकेत देने वाला वोलैटिलिटी इंडेक्स या India VIX में लगातार आठ दिनों की बढ़ोतरी के बाद गिरावट आई है। भारत-पाक संघर्षविराम के बाद यह इंडेक्स आज 20% तक गिर गया, जिससे निवेशकों को राहत मिली।
टेक्निकल एक्सपर्ट्स का क्या है कहना?
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के चीफ मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट आनंद जेम्स ने कहा, “हमें निश्चित रूप से इतनी तेज उछाल की उम्मीद नहीं थी, लेकिन पिछले शुक्रवार को हमने बाजार में गिरावट की बजाय कंसॉलिडेशन की संभावना जताई थी। खासकर 200-दिन की सिंपल मूविंग एवरेज (SMA) के 24050 के करीब सपोर्ट और 23950-870 के फिबोनाची स्तरों को देखते हुए।” उन्होंने कहा, “शुक्रवार को निफ्टी लाल निशान में बंद हुआ था। लेकिन इसके 62% शेयरों ने अपने निचले स्तरों से कम से कम 196 अंक की रिकवरी दिखाई, जिससे यह संकेत मिलता है कि अधिकांश नुकसान शुरुआती गिरावट तक ही सीमित रहा।”
उन्होंने कहा कि यह स्थिति सामान्य मंदी के रुझानों से अलग है, क्योंकि आमतौर पर ‘डेड कैट बाउंस’ के बाद बाजार में एक और तीखी गिरावट आती है। लेकिन शुक्रवार को ऐसा नहीं हुआ, जिससे संकेत मिलता है कि बाजार में लचीलापन है या फिर निवेशकों ने पहले से ही काफी अनिश्चितताओं को मूल्य में शामिल कर लिया है।
शेयर बाजार के आगे के रुझानों पर उन्होंने कहा, “इस स्थिति में बाजार 24,260 तक की उछाल के लिए तैयार दिखता है, जबकि एक आशावादी लक्ष्य 24770-24850 तक भी हो सकता है। हालांकि, अगर बाजार 24,590 के स्तर को पार नहीं कर पाता या 24,150 के स्तर पर टिक नहीं पाता, तो फिर से गिरावट आ सकती है, जो 23670-23460 तक जा सकती है।”
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