एडवांस सेमीकंडक्टर टेक्नोलॉजी की सप्लाई को लेकर अमेरिका और चीन के बीच रेगुलेटरी टेंशन के बीच भारत के एक टॉप सिक्योरिटी एडवाइजर का कहना है कि यह लड़ाई एनवीडिया (NVIDIA) के विजेट्स से आगे बढ़ चुकी है।
अजीत डोवाल की अगुवाई वाले नेशनल सिक्योरिटी बोर्ड के मेंबर अंशुमान त्रिपाठी ने बताया, ‘ NVIDIA अब पुरानी बात हो चुकी है। जो नई टेक्नोलॉजी है, उसमें वेफर-आधारित इंटिग्रेशन है…सेमीकंडक्टर चिप वेफर्स से बनाया जाता है। आप वेफर्स को काटते हैं और कई चिप बाहर निकल जाते हैं। सबसे अच्छी कंपनी फिलहाल AI कंप्यूटेशन के लिए वेफर आधारित चिप बना रही है। निकट भविष्य में हम ऐसी चीजें देखेंगे, जो सेमीकंडक्टर को अगले लेवल पर पहुंचाएगी।’
उन्होंने बताया, ‘ ये चिप्स छोटे नहीं है। यह 8-12 इंच का वेफर है और पूरा वेफर चिप है। नए डेटा सेंटर में वे सारी चीजें होंगी, जिनको लेकर फिलहाल अमेरिका और चीन का विवाद है। हमें उन तक पहुंचने की जरूरत है।’ पिछले एक साल में NVIDIA की मार्केट वैल्यू तीन गुना से ज्यादा बढ़कर 2 लाख करोड़ डॉलर से ज्यादा हो गई है और यह AI बूम का पोस्टर बॉय बन चुकी है। हाई एंड सेमीकंडक्टर्स में कंपनी की पोजिशन काफी बेहतर है।
सीनियर टेक एग्जिक्यूटिव त्रिपाठी SBI वेंचर्स के बोर्ड में भी शामिल हैं। उनका मानना है कि अमेरिकी चिप स्टार्टअप सेरेब्रास सिस्टम्स (Cerebras Systems) निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प हो सकता है। कंपनी ने वेफर साइज वाले चिप्स बनाने के लिए 70 करोड़ डॉलर से भी ज्यादा की रकम जुटाई है।