Tankup Engineers IPO Listing: एग्रीकल्चर, माइनिंग, कंस्ट्रक्शन, लॉजिस्टिक्स, एविएशन, डिफेंस और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर की जरूरतों के हिसाब से टैंक बनाने वाली टैंकअप इंजीनियर्स के शेयरों की आज NSE SME पर धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 124 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 140 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी 175.00 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 25 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Tankup Engineers Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर यह 183.75 रुपये (Tankup Engineers Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया यानी कि आईपीओ निवेशक अब 31.25 फीसदी मुनाफे में हैं।
Tankup Engineers IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
टैंकअप इंजीनियर्स का ₹19.53 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 23-25 अप्रैल तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 124.67 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 43.65 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 437.62 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 46.51 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 13.95 लाख नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से 3.5 करोड़ रुपये कर्ज चुकाने, 10 करोड़ रुपये वर्किंग कैपिटल की जरूरतों और बाकी आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में इस्तेमाल होंगे।
Tankup Engineers के बारे में
वर्ष 2020 में बनी टैंकअप इंजीनियर्स लिक्विड या गैस स्टोर करने या ट्रांसपोर्ट के लिए जरूरतों के हिसाब से टैंक बनाती है। यह जरूरतों के हिसाब से साइज, मैटेरियल, कैपेसिटी और फंक्शनल फीचर्स वाले टैंक बनाती है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हो रही है। वित्त वर्ष 2022 में इसे 5 लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 79 लाख रुपये और फिर वित्त वर्ष 2024 में तेजी से उछलकर 2.57 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 273 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 19.54 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। पिछले वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो अप्रैल-नवंबर 2024 में इसे 95 लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा और 12.48 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ था।
