Defence Stocks: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुआ कायरना आतंकी हमले के बाद से ही सीमा पर तनाव है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री को जंग की आहट दिखने लगी है। इसके सबके बीच भारत की डिफेंस कंपनियों के शेयरों में पिछले दो दिनों से लगातार शानदार तेजी जारी है। कुछ शेयर तो इन दो दिनों में 25% तक उछल चुके हैं। इस तेजी के पीछे एक और बड़ा रीजन यह है कि कल यानी बुधवार 30 अप्रैल को पीएम मोदी की एक अहम कैबिनेट मीटिंग होने जा रही है।
निफ्टी डिफेंस इंडेक्स मंगलवार को कारोबार के दौरान 5.5 फीसदी तक उछल गए। इस इंडेक्स में कुल 18 शेयर हैं और सभी शेयर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। पिछले 2 दिन में यह इंडेक्स 10 फीसदी तक उछल चुका है। मार्केट पार्टिसिपेंट्स का कहना है कि सीमा पर पाकिस्तान की ओर से लगातार सीजफायर उल्लंघन और जम्मू-कश्मीर में बढ़ती सुरक्षा चिंताओं के चलते निवेशकों का डिफेंस शेयरों की ओर झुकाव बढ़ रहा है।
पारस डिफेंस, BEL, कोचीन शिपयार्ड और गार्डन रीच शिपबिल्डर्स जैसे शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है। पारस डिफेंस मंगलवार को कारोबार के दौरान 15% से ज्यादा उछलकर 1,316 रुपये पर पहुंच गया। पिछले दो दिनों में यह शेयर 25 फीसदी उछल चुका है। गार्डन रीच शिपबिल्डर्स के शेयर ने भी 15% की छलांग लगाई।
इसके अलावा डेटा पैटर्न्स के शेयर ने 12.2 फीसदी, कोचिन शिपयार्ड के शेयर लगभग 9 फीसदी, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स ने 3 फीसदी और मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स के शेयरों ने 7 फीसदी तक की उड़ान भरी।
इस बीच, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स का शेयर आज निफ्टी के टॉप गेनर्स के रूप में सामने आया और यह कारोबार के दौरान 4.72 फीसदी उछलकर 319.45 रुपये के इंट्राडे हाई पर पहुंच गया। पिछले दो दिनों में इस शेयर में करीब 7 प्रतिशत की तेजी आई है।
डिफेंस शेयरों में यह नई खरीदारी पहलगाम आतंकी हमले के बाद आई है। पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकियों ने निहत्थे पर्यटकों पर गोलीबारी की, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई।
अब कल यानी 30 अप्रैल को पीएम मोदी की अगुआई में सुबह 11 बजे केंद्रीय मंत्रिमंडल की एक अहम बैठक होने वाली है। इस बैठक में सरकार की ओर से सुरक्षा और स्ट्रैटजिक मुद्दों पर विस्तार से चर्चा किए जाने की उम्मीद है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद यह पहली पूर्ण कैबिनेट बैठक होगी। इससे पहले श23 अप्रैल को सिर्फ सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक हुई थी।
इस बीच पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद उन्हें भारत की ओर से सैन्य कार्रवाई किए जाने की आशंका है। यह कार्रवाई कभी भी हो सकती है। इस बीच भारतीय सेना ने सोमवार को लगातार पांचवीं रात सीमा पर पाकिस्तान सेना के सीजफायर उल्लंघन का जवाब दिया।
कश्मीर घाटी में भी सुरक्षा के उपाय और कड़े कर दिए गए हैं। स्थानीय प्रशासन ने कश्मीर में लगभग 50 सार्वजनिक पार्कों और टूरिस्ट स्पॉट को बंद करने का आदेश दिया है।
OmniScience Capital के फाउंडर और स्मॉलकेस मैनेजर विकास गुप्ता ने बताया कि अगर दोनों देशों के बीच युद्ध जैसी स्थिति बनती है, भले ही ये सिर्फ 2-4 हफ्ते तक ही सीमित रहे, तो उससे हथियारों और सैन्य उपकरणों की डिमांड तेजी से बढ़ेगी। जिसके चलते डिफेंस कंपनियों के ऑर्डर बुक्स में इजाफा देखने को मिल सकता है।
मार्केट एनालिस्ट्स का कहना है कि भारत-पाक सीमा पर बढ़ती हलचल, पांच रातों से लगातार सीजफायर उल्लंघन और सुरक्षा एजेंसियों की बढ़ती तैयारियां – ये सभी संकेत डिफेंस सेक्टर में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ा रहे हैं।
सरकार की रक्षा तैयारियों के बीच अगर डिफेंस इक्विपमेंट्स की खरीद और स्वदेशीकरण को तेजी से मंजूरी मिलती है, तो इससे घरेलू कंपनियों को फायदा हो सकता है। भारत ने एक दिन पहले ही 28 अप्रैल को फ्रांस के साथ 63,000 करोड़ की राफेल-M डील पर हस्ताक्षर किए हैं। यह दिखाता है कि सरकार डिफेंस इन्फ्रास्ट्रक्चर को लेकर कितनी गंभीर है। फिलहाल बाजार की नजर अब बुधवार को होने वाली कैबिनेट मीटिंग पर टिकी है।
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