Tata Motors Group: टाटा मोटर्स समूह ने नए उत्पादों और प्रौद्योगिकी पर चालू वित्त वर्ष (2024-25) के लिए निवेश लक्ष्य को बढ़ाकर 43,000 करोड़ रुपये कर दिया है। इस निवेश में सबसे अधिक हिस्सा समूह की ब्रिटिश इकाई जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) को होगा। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। कंपनी के शेयर कल शनिवार को स्पेशल ट्रेडिंग के दौरान 2% तक चढ़कर 954 रुपये पर बंद हुए हैं। ब्रोकरेज फर्म शेयरखान के मुताबिक, कंपनी के शेयर आने वाले दिनों में 1,235 रुपये तक जा सकते हैं।
क्या है डिटेल
बीते वित्त वर्ष 2023-24 में टाटा मोटर्स समूह ने जेएलआर के लिए तीन अरब पाउंड (लगभग 30,000 करोड़ रुपये) और टाटा मोटर्स के लिए 8,000 करोड़ रुपये का निवेश तय किया था। इस तरह यह कुल मिलाकर यह 38,000 करोड़ रुपये बैठता है।
कंपनी ने क्या कहा
टाटा मोटर्स समूह के मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) पी बी बालाजी ने तिमाही नतीजों के बाद कहा, ‘‘बीते वित्त वर्ष में जेएलआर का निवेश 3.3 अरब पाउंड (33,000 करोड़ रुपये से अधिक) रहा, जबकि टाटा मोटर्स का निवेश 8,200 करोड़ रुपये से अधिक रहा। इस तरह बीते वित्त वर्ष में समूह का कुल निवेश 41,200 करोड़ रुपये था।’’
बालाजी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की बात करें, तो जेएलआर के लिए निवेश 3.5 अरब पाउंड (35,000 करोड़ रुपये) रहेगा। इसकी वजह यह है कि हम कई उत्पादों के लिए योजनाएं लेकर आ रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘टाटा मोटर्स के लिए हमारा निवेश 8,000 करोड़ रुपये के दायरे में रहेगा। जेएलआर के लिए निवेश में करीब छह प्रतिशत की वृद्धि होगी, जबकि टाटा मोटर्स के लिए यह स्थिर रहेगा।’’
बालाजी ने स्पष्ट किया कि यह सारा निवेश उत्पादों और प्रौद्योगिकी में होगा। जगुआर लैंड रोवर के सीएफओ रिसर्च मॉलिनेक्स ने कहा, ‘‘वित्त वर्ष 2025-26 वह वर्ष है जब हमारे नए उत्पाद बाजार में आएंगे। तबतक हमारे पास बाजार में रेंज रोवर बीईवी और अन्य उत्पाद भी होंगे। उस समय तक हम कुछ ऐसे वाहनों को बदलना शुरू कर देंगे, जिनसे हमारी कमाई कम है। इनको नए वाहनों से बदला जाएगा।’’
रेंज रोवर बीईवी पर उन्होंने कहा, ‘‘हम इसे अलग तरीके से कर रहे हैं। यह कोई बीईवी (बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन) नहीं है जिसे रेंज रोवर के रूप में बेचा जाएगा। यह बीईवी पावरट्रेन वाली रेंज रोवर है।’’