टाटा एसेट मैनेजमेंट के फंड मैनेजर अमय साठे को बीएफएसआई के अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। उनका मानना है कि बीएफएसआई कंपनियों की वैल्यूएशन अच्छी है। साथ ही ईपीएस ग्रोथ अट्रैक्टिव है। इनवेस्टमेंट की दुनिया का 17 साल अनुभव रखने वाले साठे ने मनीकंट्रोल से बातचीत में निवेश के मौकों और इंडियन इकोनॉमी के बारे में कई अहम बातें बताई। उन्होंने बताया कि निवेश के लिए कंज्यूमर सेक्टर भी अट्रैक्टिव है। इसकी वजह यह है कि इस सेक्टर की कंपनियों की अर्निंग्स में ग्रोथ दिख रही है।
साठे ने कहा कि पावर जेनरेशन और पावर यूटिलिटीज कंपनियां भी निवेश के लिए अट्रैक्टिव दिख रही हैं। उन्होंने कहा कि बीएफएसआई सेक्टर का प्रदर्शन पिछले कुछ समय में कमजोर रहा है। इसकी वजह घरेलू बाजार में विदेशी फंडों की बिकवाली है। अगर वैल्यूएशन और मुनाफे के लिहाज से देखा जाए तो सरकारी बैंकों के मुकाबले प्राइवेट बैंक बेहतर दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों और एनबीएफसी के स्टॉक्स में भी निवेश के मौके हैं।
इकोनॉमी के बारे में पूछने पर साठे ने कहा कि ज्यादातर डेटा इकोनॉमी की अच्छी सेहत का संकेत दे रहे हैं। हालांकि, स्टॉक मार्केट के लिए स्थिर सरकार और पॉलिसी में निरंतरता जरूरी है। पिछले साल मानसून की बारिश कम थी। इस बार मानसून की बारिश अच्छी रहने का अनुमान है। इसका अच्छा असर इकोनॉमी पर पड़ेगा। उधर, गवर्नमेंट बॉन्ड्स में निवेश बढ़ने की उम्मीद है। जेपी मॉर्गन इंडेक्स में इंडियन बॉन्ड्स को शामिल कर लिया गया है।
इक्विटी मार्केट्स में घरेलू निवेश जारी रहने की संभावनाओं के बारे में उन्होंने कहा कि अभी फाइनेंशियल सेविंग्स का बहुत कम हिस्सा स्टॉक मार्केट में जा रहा है। दूसरे विकासशील देशों और विकसित देशों के मुकाबले इंडिया में परिवारों की सेविंग्स का काफी कम हिस्सा स्टॉक मार्केट में जा रहा है। ऐसे में लंबी अवधि में इसमें इम्प्रूवमेंट की उम्मीद है। हालांकि, शॉर्ट टर्म में मार्केट में निवेश वैल्यूएशन, अर्निंग्स ग्रोथ और दूसरे एसेट के मुकाबले रिटर्न पर निर्भर करेगा।