माइनिंग कंपनी वेदांता लिमिटेड (Vedanta Ltd) ने 16 मई को कंपनी बोर्ड की बैठक में 8,500 करोड़ रुपये जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। कंपनी ने रेगुलेटरी फाइलिंग में बताया कि यह रकम किस माध्यम से जुटाई गई है, इस बारे में फैसला नहीं किया गया है। कंपनी बोर्ड ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 11 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड के भुगतान को हरी झंडी दे दी है। इस लिहाज से कंपनी को डिविडेंड पर 4,089 करोड़ रुपये खर्च करना होगा। डिविडेंड पेमेंट के लिए रिकॉर्ड डेट 25 मई तय की गई है।
इसके अलावा, बोर्ड ने सऊदी अरब में कॉपर रॉड प्लांट स्थापित करने के लिए वेदांता कॉपर इंटरनेशनल (VCI) में निवेश को मंजूरी दे दी है। निवेश के बाद वेदांता कॉपर इंटरनेशनल कंपनी की पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी है। वेदांता ने पिछले साल ऐलान किया था कि कंपनी की सब्सिडियरी माल्को एनर्जी लिमिटेड ने कॉपर बिजनेस के लिए सऊदी अरब में नई यूनिट खोली है। कंपनी ने इस यूनिट का नाम ‘वेदांता कॉपर इंटरनेशनल VCI कंपनी लिमिटेड’ था।
इस बीच, वेदांता इक्विटी शेयर, पब्लिक ऑफर, राइट्स इश्यू आदि विकल्पों के जरिये कैश जुटाने की तैयारी में है। दरअसल, कंपनी के पास 3 अरब डॉलर से भी ज्यादा का कर्ज है और वह इसे अगले 3 साल में कम करना चाहती है। मार्च 2024 तिमाही में मे कंपनी का शुद्ध कर्ज इससे पिछली तिमाही की तुलना में 6,155 करोड़ रुपये घटकर 56,338 करोड़ रुपये हो गया था।
वेदांता के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) अजय गोयल ने पिछले महीने अर्निंग कॉल में बताया था कि मौजूदा वित्त वर्ष में कंपनी की फंडिंग कॉस्ट में कमी आएगी। मार्च 2024 तिमाही में वेदांता के प्रॉफिट में 27 पर्सेंट की गिरावट देखने को मिली थी। फाइनेंस कॉस्ट में बढ़ोतरी और मेटल की कीमतों में कमजोरी का असर कंपनी के प्रॉफिट पर देखने को मिला था।