Gold ETF Investment: सोने की कीमतों और मांग में लगातार वृद्धि देखने को मिल रही है. न केवल फिजिकल गोल्ड बल्कि अब गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (Gold ETF) में भी निवेशकों की दिलचस्पी तेजी से बढ़ रही है. फरवरी 2025 में यह ट्रेंड और मजबूत हुआ, जब ग्लोबल गोल्ड ईटीएफ में 9.4 बिलियन डॉलर का निवेश हुआ, जो मार्च 2022 के बाद की सबसे बड़ी मासिक बढ़ोतरी है. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (World Gold Council) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, फरवरी के दौरान वैश्विक स्तर पर ट्रेड वॉर की आशंका और अमेरिकी डॉलर में कमजोरी ने सोने की कीमतों को मजबूती दी.
ऐसे बढ़ा सोने का भाव
अमेरिकी डॉलर में गिरावट से सोने की कीमतों को सपोर्ट मिला, जिससे निवेशकों ने गोल्ड ईटीएफ का रुख किया. फरवरी 2025 में सोने के दाम अमेरिकी डॉलर में 1% और भारतीय रुपये में 4% तक बढ़े. इस दौरान गोल्ड ईटीएफ की होल्डिंग 99.9 टन बढ़ गई, जिससे कुल होल्डिंग 3,353 टन तक पहुंच गई. यह जुलाई 2023 के बाद का सबसे ऊंचा स्तर है. गोल्ड ईटीएफ का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) बढ़कर 306 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया, जो एक रिकॉर्ड स्तर है.
लगातार तीसरे महीने बढ़ा निवेश
गोल्ड ईटीएफ में यह लगातार तीसरा महीना था जब भारी निवेश हुआ. जनवरी 2025 में 3 बिलियन डॉलर (34.5 टन) का इनफ्लो हुआ था. दिसंबर 2024 में 0.3 बिलियन डॉलर (3.6 टन) का निवेश हुआ था. हालांकि, नवंबर 2024 में लगातार छह महीनों की तेजी के बाद पहली बार 2.1 बिलियन डॉलर (28.6 टन) का आउटफ्लो दर्ज किया गया था.
फरवरी 2025 के दौरान गोल्ड ईटीएफ में सबसे मजबूत समर्थन नॉर्थ अमेरिका से मिला, जहां गोल्ड ईटीएफ का इनफ्लो जुलाई 2020 के स्तर पर पहुंच गया. नॉर्थ अमेरिका में 6.8 बिलियन डॉलर का नेट इनफ्लो हुआ. एशियाई निवेशकों ने भी गोल्ड ईटीएफ में भरोसा दिखाया, जहां 2.3 बिलियन डॉलर का इनफ्लो दर्ज किया गया. चीन इस मामले में सबसे आगे रहा और वहां 1.93 बिलियन डॉलर का निवेश हुआ. भारत में भी 220.5 मिलियन डॉलर का निवेश हुआ. घरेलू इक्विटी बाजार में गिरावट और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के कारण भारतीय निवेशकों ने भी गोल्ड ईटीएफ की ओर रुख किया.
