Stock market : 13 मार्च को खत्म हुए हफ्ते में बेंचमार्क इंडेक्स में सीमित दायरे में घूमते नजर आए। उतार-चढ़ाव भरे सप्ताह के बाद निफ्टी 0.69 फीसदी नीचे बंद हुआ, जबकि सेंसेक्स 500 अंक नीचे बंद हुआ। सेक्टोरल इंडेक्सों की बात करें तो आईटी और कैपिटल मार्केट इंडेक्सों में सबसे अधिक गिरावट आई। ये 4 फीसदी से अधिक गिर कर बंद हुए। जबकि चुनिंदा फाइनेंशियल और फार्मा शेयरों में कुछ खरीदारी देखने को मिली।
कोटक सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट (टेक्निकल रिसर्च) अमोल अठावले का कहना है कि तकनीकी रूप से देखें तो बाजार में दिशाहीनता की स्थिति देखने को मिल रही है। निफ्टी निचले स्तर पर लगातार 22300/73300 के आसपास सपोर्ट ले रहा है। जबकि 22600/74700 और 22650/74900 के बीच मुनाफावसूली देखने को मिली है। अमोल अठावले का मानना है कि वर्तमान बाजार की बनावट नॉन डायरेक्शनल (दिशाहीन) है और ट्रेडर किसी भी दिशा में ब्रेकआउट का इंतजार कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि तेजड़ियों के लिए, मुख्य ब्रेकआउट जोन 22650/74900 पर है। 22650/74900 के रेडिस्टेंस को पार करने पर बाजार 22800-22900/75500-75800 की ओर बढ़ सकता है। इसके विपरीत, अगर बाजार 22300/73300 से नीचे गिरता है, तो बिक्री का दबाव बढ़ने की संभावना है। इस स्तर से नीचे जाने पर बाजार 22100-22000/72700-72400 के स्तरों को फिर से छू सकता है।
अमोल अठावले ने आगे कहा कि बैंक निफ्टी के लिए, 47700 पर डबल बॉटम सपोर्ट नजर आ रहा है। जब तक यह इस स्तर से ऊपर कारोबार कर रहा है, तब तक पुलबैक फॉर्मेशन जारी रहने की संभावना है। ऊपरी स्तर पर, बैंक निफ्टी 20-डे सिंपल मूविंग एवरेज (SMA), या 48600 और 48800 तक जा सकता है। हालांकि, अगर यह 47700 से नीचे गिरता है, तो रुझान बदल सकता है और बैंक निफ्टी 47300-47000 तक टूट सकता है।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा का कहना है कि वीकली एक्सपायरी के दिन बाजार सीमित दायरे में रहे और थोड़ा नीचे बंद हुए। अच्छे ग्लोबल संकेतों ने शुरुआत में तेजी को बढ़ावा दिया, लेकिन तमाम सेक्टरों के दिग्गज शेयरों में बिकवाली के दबाव ने निफ्टी को लाल निशान में ढ़केल दिया और अंततः यह 22,397.20 पर बंद हुआ। निफ्टी इंडेक्स में चल रहे कंसोलीडेशन ने ट्रेडरो को सतर्क बनाए रखा है। लेकिन जल्द ही 22,250-22,650 के रेंज से एक निर्णायक ब्रेकआउट की उम्मीद की जा सकती है। इस दौरान,ट्रेडरों को स्टॉक-स्पेसिफिक नजरिया बनाए रखना चाहिए और अपनीपोजीशन साइज को सावधानीपूर्वक मैनेज करना चाहिए। लगातार घाटे वाली पोजीशन,खासकर मिडकैप और स्मॉलकैप सेगमेंट में नई खरीदीरी करने से बचें। इनके खराब प्रदर्शन के जारी रहने की उम्मीद है।
