Tata Projects Rights Issue: टाटा संस, टाटा प्रोजेक्ट्स के राइट्स इश्यू में 1,432 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। यह बात बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट में कही गई है। टाटा प्रोजेक्ट्स का लक्ष्य अपने राइट्स इश्यू के तहत शेयरहोल्डर्स से 2,500 करोड़ रुपये जुटाना है। इस इश्यू को कंपनी के बोर्ड ने 13 मार्च को मंजूरी दी थी। टाटा प्रोजेक्ट्स की शुरुआत 1979 में हुई थी और यह टाटा ग्रुप की इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन फर्म है।
कंपनी के 3 प्रमुख सेगमेंट हैं- एनर्जी और इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर, अर्बन इंफ्रा और सर्विसेज। टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी टाटा संस के पास टाटा प्रोजेक्ट्स में 57 प्रतिशत हिस्सेदारी है। बाकी हिस्सेदारी टाटा पावर और टाटा केमिकल्स सहित समूह की अन्य फर्मों के पास है।
TCS से मिलने वाले डिविडेंड से निवेश करेगी टाटा संस
टाटा संस वित्त वर्ष 2024-25 के पहले 9 महीनों में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) से मिलने वाले डिविडेंड के जरिए टाटा प्रोजेक्ट्स में निवेश करेगी। TCS ने दिसंबर 2024 तिमाही के लिए 66 रुपये प्रति शेयर के स्पेशल डिविडेंड के साथ-साथ 10 रुपये के अंतरिम डिविडेंड की घोषणा की है। इससे पहले की दो तिमाहियों में कंपनी ने 10 रुपये प्रति शेयर का अंतरिम डिविडेंड जारी किया था। टाटा संस को चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों में TCS से 24,931 करोड़ रुपये का डिविडेंड मिलेगा।
टाटा प्रोजेक्ट्स गुजरात के साणंद में अमेरिका की चिप कंपनी माइक्रोन टेक्नोलॉजी की सेमीकंडक्टर असेंबली और टेस्ट फैसिलिटी का निर्माण कर रही है। यह पिछले साल जुलाई में शुरू हुआ था। कहा जा रहा है कि एक बार तैयार हो जाने पर यह प्लांट दुनिया की सबसे बड़ी बैक-एंड सेमीकंडक्टर यूनिट होगी।
