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इतिहास की सबसे बड़ी गिरावट आने वाली है… रिच डैड पुअर डैट के लेखक रॉबर्ट कियोसाकी की यह चेतावनी कैसी?

नई दिल्‍ली: मशहूर निवेशक और लेखक रॉबर्ट कियोसाकी ने बड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने इसे ‘इतिहास का सबसे बड़ा मार्केट क्रैश’ बताया है। उनका कहना है कि यह मौजूदा मंदी 1929 की महामंदी से भी ज्‍यादा भयानक हो सकती है। कियोसाकी ने सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म ‘एक्‍स’ पर लिखा, ‘हर चीज का बुलबुला फूट रहा है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘मुझे डर है कि यह इतिहास का सबसे बड़ा क्रैश हो सकता है।’ अमेरिकी शेयर बाजार में लगातार गिरावट के बीच उनकी यह चेतावनी आई है। नैस्‍डैक कम्पोजिट सोमवार को 4% से ज्‍यादा गिरा था। जबकि S&P 500 में लगभग 2.7% की गिरावट दर्ज की गई थी। फरवरी में अपने सबसे ऊंचे स्तर से S&P 500 में 8.5% की गिरावट आई है। S&P 1500 सुपरकम्पोजिट इंडेक्स में मध्य फरवरी से लगभग $4.9 ट्रिलियन का नुकसान हुआ है, जो निवेशकों की बढ़ती चिंता को दर्शाता है।कियोसाकी ने जर्मनी, जापान और अमेरिका की अर्थव्यवस्थाओं की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘अयोग्य लीडर्स ने हमें एक जाल में फंसा दिया है… एक बड़े क्रैश में।’ उन्होंने अपनी किताब ‘रिच डैड्स प्रोफेसी’ का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने पहले ही बाजार में भारी गिरावट की भविष्यवाणी की थी।

हर चीज का बुलबुला फूट रहा है

क‍ियोसाकी ने ‘एक्‍स’ पर लिखा, ‘हर चीज का बुलबुला फूट रहा है। मुझे डर है कि यह इतिहास का सबसे बड़ा क्रैश हो सकता है। जर्मनी, जापान और अमेरिका अब तक विकास के इंजन रहे हैं। दुर्भाग्य से हमारे अयोग्य नेताओं ने हमें एक जाल में फंसा दिया है… एक बड़े क्रैश में। मैंने इस क्रैश के बारे में अपनी किताब रिच डैड्स में लिखा था…।’

निवेश विश्लेषक भी मंदी की आशंका जता रहे हैं। लंदन में एजे बेल के डैन कोट्सवर्थ ने कहा, ‘ट्रंप को बाजार का रक्षक माना जाता था, जिन्होंने कम टैक्स और कम सख्त नियमों का वादा किया था। अब उनके कार्य विनाश के सूचक हैं। ‘R’ शब्द फिर से सबकी जुबान पर है क्योंकि लोग सोच रहे हैं कि क्या व्यापार शुल्क उल्टा पड़ेगा और अमेरिका को आर्थिक समृद्धि के बजाय मंदी की ओर ले जाएगा।’

अमेरिकी व्यापार नीतियों से बढ़ी उथल-पुथल

अमेरिकी व्यापार नीतियों से वित्तीय उथल-पुथल और बढ़ी है। रॉयटर्स के सर्वे से पता चलता है कि अमेरिका, कनाडा और मेक्सिको में अर्थशास्त्रियों के बीच टैरिफ के प्रभाव को लेकर चिंता बढ़ी है। सर्वे में कनाडा, अमेरिका और मेक्सिको के 74 में से 70 अर्थशास्त्रियों ने माना कि मंदी का खतरा बढ़ गया है। विशेष रूप से अमेरिका में महंगाई के बढ़ने का खतरा बढ़ गया है। गोल्डमैन सैक्स ने अपने 2025 के अमेरिकी विकास पूर्वानुमान को नीचे की ओर संशोधित किया है। इसका कारण ‘अधिक प्रतिकूल टैरिफ मान्यताएं’ हैं। जबकि महंगाई के जोखिम बढ़ रहे हैं।

ट्रंप की ओर से हाल ही में चीनी आयात पर 20% टैरिफ बढ़ोतरी, कनाडा और मेक्सिको पर 25% टैरिफ की चेतावनी ने अनिश्चितता को बढ़ा दिया है। निराशाजनक दृष्टिकोण के बावजूद कियोसाकी घबराहट के खिलाफ सलाह देते हैं। उन्होंने लिखा, ‘परेशान और डरना सामान्य है… बस घबराएं नहीं।’ इसके बजाय, उन्होंने निवेशकों से ‘स्थिर’ रहने, अपनी ‘आंखें खुली रखने और मुंह बंद रखने’ और संकट को संभावित निवेश अवसर के रूप में देखने की अपील की।

2008 के वित्तीय संकट को याद करते हुए कियोसाकी ने कहा, ‘मैंने इंतजार किया… घबराहट और धूल को जमने दिया और फिर बिक्री पर… भारी छूट पर बड़ी वास्तविक संपत्तियों की तलाश शुरू कर दी।’ उनका मानना है कि मौजूदा मंदी ‘आपके जीवन का अवसर हो सकती है।’ कियोसाकी ने अपनी निवेश रणनीति साझा की: ‘मैं अचल संपत्ति, सोना, चांदी और बिटकॉइन… बिक्री पर हासिल करना जारी रखूंगा।’

(डिस्क्लेमर: इस विश्लेषण में दिए गए सुझाव व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, stock market news के नहीं। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश का निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श कर लें क्योंकि शेयर बाजार की परिस्थितियां तेजी से बदल सकती हैं।)

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