नई दिल्ली: बुधवार को भारतीय शेयर बाजार शुरुआती बढ़त के बाद गिरावट के साथ बंद हुआ। आईटी कंपनियों के शेयरों में गिरावट ने बाजार पर दबाव डाला। यह गिरावट अमेरिकी अर्थव्यवस्था की विकास दर को लेकर चिंताओं के कारण आई। इसके अलावा, अमेरिकी टैरिफ और वैश्विक अर्थव्यवस्था पर उनके संभावित प्रभाव को लेकर भी चिंता बनी रही, जिससे बाजार का माहौल नकारात्मक रहा। प्रमुख सूचकांक बीएसई सेंसेक्स 72.56 अंक गिरावट के साथ 74,029.76 पर बंद हुआ। वहीं Nifty 50 सूचकांक 27.40 अंक की गिरावट के साथ 22,470.50 पर बंद हुआ। गुरुवार को पीएफसी और एनटीपीसी के शेयर निवेशकों की झोली भर सकते हैं।सार्वजनिक क्षेत्र की पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन के बोर्ड ने 2025-26 के लिए 1,40,000 करोड़ रुपये का कर्ज जुटाने की योजना को मंजूरी दे दी है। साथ ही 2024-25 के लिए 3.5 रुपये प्रति शेयर के चौथे अंतरिम लाभांश की भी अनुमति दी है। कंपनी ने बुधवार को शेयर बाजार को यह जानकारी दी। इसी तरह सरकारी बिजली कंपनी एनटीपीसी ने शाजापुर सौर परियोजना की 50 मेगावाट की इकाई चालू होने की घोषणा की है। इसके साथ समूह की कुल स्थापित और वाणिज्यिक क्षमता 77,461.50 मेगावाट हो गयी है।
किन शेयरों में आ सकता है उतार-चढ़ाव
बलरामपुर चीनी मिल्स, KEC इंटरनेशनल, BSE, NLC इंडिया, इंडसइंड बैंक, कृष्णा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज और गॉडफ्रे फिलिप्स के शेयर उन शेयरों में शामिल थे जिनमें बाजार सहभागियों की ओर से मजबूत खरीदारी रुचि देखी गई। 63 से अधिक शेयरों ने बुधवार को 52 सप्ताह के उच्च स्तर को छुआ, जबकि 274 शेयर अपने 52 सप्ताह के निचले स्तर पर आ गए। दूसरी ओर इंडीजीन, फर्स्टसोर्स, भारती हेक्साकॉम, L&T टेक, आनंद राठी वेल्थ, इंडस टावर्स और सेंचुरी टेक्सटाइल्स के शेयरों में बिकवाली का काफी दबाव देखा गया।
