Ola Electric Stock Price: इलेक्ट्रिक टूव्हीलर मेकर ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में 10 मार्च को दिन में 6 प्रतिशत तक की गिरावट दिखी और बीएसई पर कीमत 53.15 रुपये के लो तक चली गई। कारोबार बंद होने पर शेयर लगभग 5 प्रतिशत गिरावट के साथ 53.80 रुपये पर बंद हुआ। शुक्रवार, 7 मार्च को ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि ग्राहकों की शिकायतों के जवाब में भारत भर के ट्रांसपोर्ट अधिकारियों ने ओला इलेक्ट्रिक के यहां छापे मारे हैं, शोरूम बंद किए हैं, व्हीकल्स को जब्त किया है और कंपनी से सवाल करते हुए कारण बताओ नोटिस भेजे हैं।
ओला इलेक्ट्रिक ने 2022 से अब तक अपने शोरूम्स की संख्या बढ़ाकर 4,000 कर ली है। ब्लूमबर्ग न्यूज की जांच में पाया गया है कि लगभग 3,400 ऐसे शोरूम, जिनका डेटा उपलब्ध है, में से केवल 100 से अधिक शोरूम ही ऐसे थे, जिनके पास भारत के मोटर व्हीकल्स एक्ट के तहत जरूरी ट्रेड सर्टिफिकेट थे। इसका मतलब है कि कंपनी के 95% से अधिक शोरूम्स में अनरजिस्टर्ड टूव्हीलर्स डिस्प्ले करने, बेचने, उनकी टेस्ट राइड ऑफर करने या उन्हें ट्रांसपोर्ट करने के लिए जरूरी बेसिक सर्टिफिकेशन की कमी थी।
6 महीनों में आधी हुई Ola Electric शेयर की कीमत
ओला इलेक्ट्रिक का मार्केट कैप गिरकर 23,700 करोड़ रुपये रह गया है। 6 महीनों में शेयर 50 प्रतिशत से ज्यादा नीचे आया है। साल 2025 में कीमत अब तक 37 प्रतिशत नीचे आई है। कंपनी में दिसंबर 2024 के आखिर तक प्रमोटर्स के पास 36.78 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। कंपनी अगस्त 2024 में शेयर बाजार में लिस्ट हुई थी। शेयर अपने पीक 157.53 रुपये से लगभग 66 प्रतिशत लुढ़क चुका है।
ओला इलेक्ट्रिक की ओर से नकारे गए आरोप
ट्रांसपोर्ट अधिकारियों का कहना है कि वे कथित उल्लंघनों के लिए ओला इलेक्ट्रिक की जांच कर रहे हैं। हालांकि कंपनी के प्रवक्ता का कहना है कि जांच के ये निष्कर्ष कि नियमों का पालन नहीं हो रहा है, गलत और पक्षपातपूर्ण हैं। प्रवक्ता के मुताबिक, कई राज्यों में ओला के डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर्स और गोदामों में अनरजिस्टर्ड व्हीकल्स की इनवेंट्री है, जो मोटर व्हीकल एक्ट के दिशानिर्देशों का पूरी तरह से पालन करती है और जरूरी मंजूरियां मौजूद हैं।
