घरेलू स्तर पर उत्पादन होने वाली क्रूड ऑयल के एक्सपोर्ट पर सरकार ने पहली बार 1 जुलाई 2022 से विंडफॉल टैक्स लगाना शुरू किया था।
सरकार ने घरेलू स्तर पर उत्पादन किए जाने वाले क्रूड ऑयल के एक्पोर्ट पर स्पेशल एडिशनल एक्साइज ड्यूटी (SAED) यानी विंडफॉल टैक्स को घटा दिया है।
अपनी रेगुलर रिव्यू में सरकार ने विंडफॉल टैक्स को 8,400 रुपए प्रति मीट्रिक टन से घटाकर 5,700 रुपए प्रति मीट्रिक टन कर दिया है। यह बदलाव आज यानी 16 मई से लागू हो गया है। सरकार हर 15 दिन पर विंडफॉल टैक्स रिव्यू करती है।
इससे पहले 1 मई को घटा था विंडफॉल टैक्स
इससे पहले सरकार ने 1 मई को विंडफॉल टैक्स 9,600 रुपए प्रति मीट्रिक टन से घटाकर 8,400 रुपए प्रति मीट्रिक टन कर दिया था। उससे पहले विंडफॉल टैक्स को लगातार बढ़ाया जा रहा था। एक महीने पहले 16 अप्रैल की समीक्षा में विंडफॉल टैक्स को 6,800 रुपए प्रति टन से बढ़ाकर 9,600 रुपए प्रति टन कर दिया गया था।
डीजल, पेट्रोल और ATF पर छूट बरकरार
वहीं दूसरी ओर सरकार ने डीजल, पेट्रोल और एविएशन टर्बाइन फ्यूल (ATF) यानी एयरक्राफ्ट में इस्तेमाल होने ईंधन पर एक्सपोर्ट ड्यूटी को शून्य पर बनाए रखने का फैसला लिया है।
यानी घरेलू रिफाइनरों को डीजल, पेट्रोल और ATF के निर्यात पर मिल रही छूट आगे भी बरकरार रहने वाली है। इससे उन घरेलू कंपनियों को फायदा होता रहेगा, जो रिफाइनरी चलाती हैं और डीजल, पेट्रोल और ATF जैसे रिफाइंड प्रोडक्ट को देश के बाहर के बाजारों में बेचती हैं।