मार्च सीरीज की बेहद कमजोर शुरुआत हुई है। निफ्टी करीब 275 अंक फिसलकर, 22300 के नीचे आ गया है। बैंक निफ्टी भी नीचे आ गया है। मिडकैप और स्मॉलकैप में सबसे तगड़ी बिकवाली देखने को मिली है। दोनों इंडेक्स 2.5 फीसदी से ज्यादा फिसले हैं। IT शेयरों का हाल सबसे ज्यादा बेहाल है। आईटी इंडेक्स 3 फीसदी से ज्यादा फिसला है। 200 DMA तोड़ने के 4 दिन के अंदर इसने 3 हजार अंक गंवाए हैं। WIPRO, TECH MAHINDRA और PERSISTENT में 5 फीसदी तक की गिरावट आई है। मेटल और ऑटो शेयरों का भी बुरा हाल है। ऐसे में बाजार का टेक्नो-फंडा विश्लेषण करते हुए JM Financial Services के फंड मैनेजर आशीष चतुरमोहता का ने कहा कि इस कमजोर माहौल में अब हमें बैंक, एनबीएफसी और दूसरे फाइनेंशियल शेयरों पर ओवरवेट होने की जरूरत है। इन शेयरों के वैल्यूएशन बहुत अच्छे हैं।
आशीष ने आगे कहा कि पूरा प्राइवेट बैंक बॉस्केट इस समय बहुत ही अच्छे भाव पर मिल रहा है। बैंकों का क्रेडिट ग्रोथ तुलनात्मक रूप से बेहतर रहा है। इसके अलावा इनकी असेट क्ववालिटी भी काफी मजबूत है। इसके अलावा आरबीआई की तरफ से नकदी बढ़ाने के लिए हो रही कोशिशें भी इस सेक्टर के लिए अच्छे संकेत हैं। इससे बैंकों और एनबीएफसी की फंड की मुश्किलें कम होंगी और वे ज्यादा कर्ज दे सकेंगी। इस समय निवेश के नजरिए से बजाज फाइनेंस और चोला इन्वेस्ट जैसे अच्छी तरह से डाइवर्सिफाइड एनबीएफसी शेयर काफी अच्छे लग रहे हैं।
केबल और वायर सेगमेंट में कल खबरों के चलते आई बिकवाली पर बात करते हुए आशीष ने कहा कि कल बाजार ने सेंटीमेंट में आकर कुछ ज्यादा ही प्रतिक्रिया कर दी। लेकिन हमें ये बात ध्यान में रखना चाहिए जो कुछ भी पेंट सेक्टर में ग्रासिम के आने से हुआ वैसा ही अल्ट्राटेक के आने से केबल और वायर सेगमेंट में भी होगा हमें यह मानकर नहीं चलना चाहिए। दोनों सेगमेंट एक दूसरे से काफी अलग हैं। केबल और वायर सेगमेंट काफी बंटा हुआ बाजार है। इसमें बड़ी संख्या में अनऑर्गनाइज्ड कंपनियां हैं। दूसरी बात ये कोई बहुत हाई मार्जिन बिजनेस नहीं है। ऐसे में इस सेक्टर में आने वाले नए खिलाड़ी के पास कोई बहुत बड़ा प्राइजिंग पावर नहीं होगा। ऐसे में केबल और वायर सेगमेंट में अल्ट्राटेक के आने से कोई बहुत बड़ा असर नहीं पड़ने वाला है। इसके अलावा अल्ट्राटेक के आने का असर दिखने में 3-4 साल लगेंगे। केईआई और पॉलीकैब जैसे शेयरों में कोई गिरावट मिलने पर लंबे नजरिए से खरीदारी की जानी चाहिए।
ऑटो सेक्टर पर बात करते हुए आशीष ने कहा कि उनको मारुति की लीडरशिप पर पूरा भरोसा है। मारुति की बिक्री में एक्सपोर्ट का मजबूत योगदान रहेगा। कंपनी को नए एसयूवी लांच से भी फायदा होगा। कंपनी के टेस्ला को आने से भी कोई परेशानी नहीं होने वाली। किसी गिरावट में 11500-11600 रुपए के आसपास मिलने पर मारुति में लंबे नजरिए से एवरेजिंग करने की सलाह होगी।
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