किसी कंपनी के स्टॉक का निफ्टी 50 में शामिल होना आम तौर पर अच्छा माना जाता है। उस स्टॉक में निवेशक की दिलचस्पी बढ़ जाती है। सोशल मीडिया पर भी उस स्टॉक के बारे में चर्चा शुरू हो जाती है। सोशल मीडिया पर तो यूजर्स निफ्टी 50 में शामिल होने वाले और बाहर निकलने वाले स्टॉक्स के संभावित प्रदर्शन को लेकर अपनी राय जाहिर करते हैं। मनीकंट्रोल ने इस मामले का विश्लेषण किया। विश्लेषण के नतीजों से पता चलता है कि निफ्टी 50 से बाहर होने वाले शेयरों का प्रदर्शन निफ्टी में शामिल होने वाले शेयरों के मुकाबले बेहतर रहने की ज्यादा संभावना होती है।
2018 से 13 कंपनियों के स्टॉक्स को बाहर जाना पड़ा
2018 से अब तक मार्केट कैपिटलाइजेशन पर्याप्त नहीं होने की वजह से 13 कंपनियों के शेयरों को निफ्टी से बाहर होने को मजबूर होना पड़ा है। इनमें से 8 शेयरों का प्रदर्शन उन शेयरों के मुकाबले अच्छा रहा है, जो निफ्टी का हिस्सा बने थे। UPL का शेयर इसका उदाहरण है। यह स्टॉक 28 मार्च, 2024 को निफ्टी 50 से बाहर हो गया। इसकी जगह Shriram Finance ने ली। निफ्टी से बाहर होने के बाद से यूपीएल ने करीब 48 फीसदी रिटर्न दिया है, जबकि इस दौरान Shriram Finance का रिटर्न 24 फीसदी रहा है।
बाहर जाने वाले इन 8 स्टॉक्स का बेहतर प्रदर्शन
JSW Steel, HPCL, GAIL, IOCL, Shree Cement, UPL, Divi’s Laboratories और LTIMindtree ऐसे 8 स्टॉक्स हैं, जिन्हें निफ्टी से हटाया गया था। इन स्टॉक्स का प्रदर्शन निफ्टी में शामिल होने वाले शेयरों के मुकाबले बेहतर रहा है। हालांकि, Ambuja Cemenets, Aurobindo Pharma, Bosch India, Sammaan Capital और Zee Entertainment ऐसे 5 स्टॉक्स हैं, जिनका प्रदर्शन निफ्टी में शामिल होने वाले स्टॉक्स के मुकाबले कमजोर रहा। निफ्टी में शामिल जिन 5 कंपनियों ने बेहतर प्रदर्शन किया, उनमें बजाज फिनसर्व, ग्रासिम इंडस्ट्रीज, टाइटन, नेस्ले इंडिया और SBI Life थे।
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निफ्टी में शामिल होने पर कीमतों में उछाल
जब किसी कंपनी का स्टॉक निफ्टी में शामिल होता है तो उसकी कीमतों में उछाल दिखता है। इसकी वजह यह है कि निफ्टी को ट्रैक करने वाले ईटीएफ और इंडेक्स फंड्स उस शेयर में निवेश करते हैं। इसके उलट निफ्टी से बाहर होने वाले स्टॉक में बिकवाली देखने को मिलती है। इससे शेयरों की कीमतों में गिरावट आती है। हालांकि, अगर शॉर्ट टर्म को छोड़ दिया जाता तो विश्लेषण से ऐसा लगता है कि निफ्टी से बाहर जाने वाले शेयरों का प्रदर्शन निफ्टी में शामिल होने वाले शेयरों के मुकाबले बेहतर होता है।
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